पेटीएम के संचालन को एआई-केंद्रित बनाकर भुगतान के भविष्य को आकार देंगे: सीईओ

नयी दिल्ली { गहरी खोज }:डिजिटल भुगतान मंच पेटीएम ने कहा है कि वह कृत्रिम मेधा (एआई) को अपनी संचालन प्रणाली और उत्पादों का मूल आधार बनाकर भुगतान प्रणाली के भविष्य को नया स्वरूप देने के लिए प्रतिबद्ध है। पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने शेयरधारकों को भेजे गए अपने वार्षिक पत्र में यह बात कही है। शर्मा ने कहा, ‘‘हम नवोन्मेषी और दूरदर्शी सोच के अपने डीएनए पर कायम हैं। हमारी एआई-आधारित पूर्ण भुगतान प्रणाली ने कारोबारियों के भुगतान स्वीकार करने, कारोबार संचालन और ग्राहकों की सेवा के तरीके को नए सिरे से परिभाषित किया है। हम हर उत्पाद और प्रक्रिया में ‘एआई-प्रथम’ नजरिया अपनाने को लेकर अडिग हैं।’’
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी ने 123 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज कर लाभप्रदता का महत्वपूर्ण पड़ाव पार किया है। यह कंपनी की रणनीतिक दिशा और अनुशासित कार्यप्रणाली का परिणाम है। पेटीएम ने अपने मंच पर एआई का उपयोग व्यापारी पंजीकरण, लेनदेन निगरानी और ग्राहक सेवा जैसे क्षेत्रों में गहराई से किया है। शर्मा ने कहा कि यूपीआई सफलता दर को बेहतर बनाने के लिए कंपनी ने बैंक भागीदारों के साथ प्रौद्योगिकी का गहन एकीकरण किया है।
पेटीएम अब बीमा और निवेश सेवाओं के विस्तार की योजना बना रही है। कंपनी ने हाल ही में एसबीआई म्यूचुअल फंड के साथ 21 रुपये की एसआईपी योजना शुरू की है। इसके साथ ही छोटे व्यापारियों को ग्राहकों को जोड़ने और बनाए रखने में मदद करने वाली सेवाएं भी शुरू की गई हैं। शर्मा ने कहा, ‘‘एक मजबूत प्रौद्योगिकी आधार और वित्तीय सेवाओं के साथ भारत की वृद्धि गाथा में योगदान देना हमारे लिए गर्व की बात है। हम भविष्य में भी जिम्मेदारी और नवाचार के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।’’
पेटीएम की वार्षिक रिपोर्ट में कंपनी की वृद्धि के साथ एक लाभदायक व्यवसाय बनाने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया गया है। अनुपालन और एआई के साथ एकीकरण पर इसका ध्यान भविष्य में इसकी सफलता को गति देगा और भारत के डिजिटल एवं वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान देगा।