‘भाजपा की विस्तारित शाखा’ के रूप में काम कर रहा चुनाव आयोग : अभिषेक बनर्जी

कोलकाता{ गहरी खोज }: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार को भारत चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा और उस पर ‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विस्तारित शाखा’ के रूप में काम करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव की घोषणा से बहुत पहले आयोग ने पश्चिम बंगाल सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करके अपने संवैधानिक अधिकार क्षेत्र का घोर उल्लंघन किया है। श्री बनर्जी ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि चुनाव आयोग राज्य विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले पश्चिम बंगाल सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप कर रहा है और इसका उद्देश्य निर्वाचित प्रशासन को कमजोर करना तथा केंद्र में सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुंचाना है।
उन्होंने कहा “चुनाव आयोग अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम कर रहा है। इसकी जिम्मेदारी चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद होती है। उसके बाद ही वह राज्य की दीवानी और आपराधिक/पुलिस प्रशासनिक मशीनरी को अपने हाथ में लेकर यह सुनिश्चित कर सकता है कि चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निष्पक्ष हों। लेकिन पिछले 3-4 महीनों से, जबकि चुनाव अभी 10-11 महीने दूर हैं, चुनाव आयोग ने जो काम शुरू किया है, उससे साफ जाहिर है कि वे एक निर्वाचित सरकार को काम नहीं करने देंगे। वह ऐसा भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए कर रहे हैं।”
केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल को उसके अधिकारों से वंचित करने के साथ ही न्यायपालिका का दुरुपयोग करने का
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा “उन्होंने (केंद्र) संदेशखली जैसे मामले को लेकर पश्चिम बंगाल को बदनाम करने के लिए मीडिया के एक हिस्से का इस्तेमाल किया है। अब वे चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि असली बंगाली अपने मताधिकार का प्रयोग न कर सकें। चुनाव आयोग ने यह बेशर्मी इसलिए अपनायी है ताकि वे इन लोगों के मताधिकार छीन सकें। यह अब चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। उन्हें अपने कार्यों के बारे में राज्य को सूचित करना चाहिए था क्योंकि यह एक निर्वाचित सरकार है।”
श्री बनर्जी ने कहा कि लोगों ने 2021 में तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए वोट दिया था और सरकार केवल उनके प्रति जवाबदेह है, किसी राजनीतिक दल या केंद्र के प्रति नहीं। उन्होंने कहा, “हम न्यायपालिका का सम्मान करते हैं, लेकिन 2021 से कलकत्ता उच्च न्यायालय की विभिन्न पीठों के जरिए 50 से अधिक सीबीआई जांच की गयी है, जिसमें केंद्र के प्रभाव का इस्तेमाल बंगाल को कमजोर करने और तृणमूल कांग्रेस को दबाव में रखने के लिए किया गया है।”
श्री बनर्जी ने कहा कि आरजी कर मामले को लेकर राज्य को बदनाम किया गया और राष्ट्रीय स्तर पर इसकी छवि को नुकसान पहुंचाया गया। लेकिन जब सीबीआई ने कार्यभार संभाला, तो वह कोलकाता पुलिस की 24 घंटों के भीतर हासिल की गयी उपलब्धियों से बेहतर कुछ हासिल नहीं कर सकी।
उन्होंने कहा, “जो लोग बंगाल को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें पहले भी जवाब दिया जा चुका है और उन्हें फिर से सबक सिखाया जाएगा। लेकिन भाजपा अपनी गलतियों से कभी नहीं सीखती। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत सभी धनराशि रोक दी है। सारा पैसा रोक दिया गया है। जल ही जीवन है। उसे भी रोक दिया गया है। लोग कैसे जिंदा रहेंगे?”
तृणमूल कांग्रेस महासचिव ने अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाये जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विदेश नीति की विफलता का आरोप भी लगाया। पचास फीसदी टैरिफ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा , “सवाल उनसे पूछिए जिनकी उनके साथ तस्वीरें हैं। ये सवाल उनसे पूछिए जिनकी वजह से डोनाल्ड ट्रंप यहां प्रचार करने आए थे। उनसे भी पूछिए जो 2019 में ट्रंप के लिए प्रचार करने टेक्सास गए थे।”
उन्होंने कहा , “भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है, जिसके दुष्परिणाम होंगे। खासकर तीन उद्योगों – आईटी, फार्मास्यूटिकल्स और टेक्सटाइल्स क्षेत्र में निर्यात प्रभावित होगा। इन क्षेत्रों से जुड़ी सेवाएं भी प्रभावित होंगी। रोजगार में कमी आएगी और भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा। मेरा मानना है कि यह एक कूटनीतिक विफलता है और भारत को इसका कड़ा जवाब देना चाहिए।”
श्री बनर्जी ने कहा “जो लोग भारत को कमज़ोर करना चाहते हैं और दबाव बनाना चाहते हैं, वे अचानक इतने शक्तिशाली कैसे हो गए? जो सरकार अपने ’56 इंच के सीने’ का बखान करती थी, उसे चीन, अमेरिका और कई अन्य देशों ने ठुकरा दिया है। न तो ममता बनर्जी और न ही तृणमूल कांग्रेस ने डोनाल्ड ट्रम्प को आमंत्रित किया। हम उनके लिए प्रचार करने नहीं गए।”