दिव्यांगजनों की प्रगति से ही ‘विकसित भारत’ का सपना साकार होगा : राज्यपाल

मुंबई{ गहरी खोज }: महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को कहा कि दिव्यांगजनों की प्रगति से ही विकसित भारत का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत एक विकसित देश बनने की दिशा में अग्रसर है। महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले में बौद्धिक रूप से दिव्यांगजनों के पुनर्वास और सर्वांगीण विकास के लिए खेल केंद्र होने चाहिए।
राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन मुंबई विश्वविद्यालय के सभागृह में बुधवार को आयोजित राष्ट्रीय तैराकी चैंपियनशिप 2025 के पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि 2016 में लागू दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत दिव्यांगजनों की श्रेणियों में वृद्धि की गई है। साथ ही केंद्रीय सेवाओं में दिव्यांगजनों के लिए आरक्षण तीन से बढ़ाकर चार प्रतिशत और शिक्षा में इसे बढ़ाकर पांच प्रतिशत कर दिया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि महाराष्ट्र में एक अलग ‘दिव्यांग कल्याण विभाग’ स्थापित किया गया है। इस विभाग के अंतर्गत मानसिक रूप से विकलांग बच्चों के लिए कई महत्वपूर्ण पहलों को लागू करने के लिए राज्य सरकार को बधाई दी। मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों की समस्याएं अन्य दिव्यांग व्यक्तियों की तुलना में भिन्न और अधिक संवेदनशील होती हैं।
कार्यक्रम में दिव्यांग कल्याण मंत्री अतुल सावे, स्पेशल ओलंपिक इंडिया की अध्यक्ष डॉ. मल्लिका नड्डा, स्पेशल ओलंपिक इंडिया की महाराष्ट्र शाखा की अध्यक्ष डॉ. मेधा सोमैया, महाराष्ट्र स्पेशल ओलंपिक इंडिया के महासचिव डॉ. भगवान तलवारे, एथलीट करण नाइक, मुर्तुजा वर्दावाला आदि उपस्थित थे।