भारतीय अर्थव्यवस्था पर ट्रंप की टिप्पणियां ‘अपमानजनक और अस्वीकार्य’ : आनंद शर्मा

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }:कांग्रेस नेता और पूर्व वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत और उसकी अर्थव्यवस्था पर टिप्पणियां ‘‘अपमानजनक तथा अस्वीकार्य’’ हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह अमेरिकी नेता की ‘‘धमकी भरी रणनीति’’ के आगे न झुके और किसी आधे-अधूरे व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर न करे। शर्मा ने एक बयान कहा कि भारत को अपनी संप्रभुता और सर्वोच्च राष्ट्रीय हितों को बनाए रखना चाहिए तथा अमेरिका के साथ किसी भी समझौते पर संसद के साथ-साथ सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को विश्वास में लिया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने बयानों और कार्यों से विश्व व्यवस्था में उथल-पुथल मचा दी है और अभूतपूर्व व्यवधान पैदा कर दिया है। भारत और उसकी अर्थव्यवस्था पर उनकी टिप्पणियां अपमानजनक और अस्वीकार्य हैं।’’ उनकी यह टिप्पणी ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ (शुल्क) और जुर्माना लगाने की घोषणा किए जाने तथा भारत और रूस को ‘डेड इकोनॉमी’ (बर्बाद अर्थव्यवस्थाएं) कहने के कुछ दिन बाद आई है। भारतीय अर्थव्यवस्था की ट्रंप की आलोचना से सहमति जताते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को छोड़कर सभी जानते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था ‘‘डेड’’ (बर्बाद) है। शर्मा ने कहा कि भारत ने अतीत में दबावों और खतरों का सामना किया है तथा मज़बूती से उभरा है। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप इस ग़लतफ़हमी में हैं कि भारत के पास विकल्प नहीं हैं। चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के नाते, भारत में समानता और पारस्परिक सम्मान के सिद्धांतों पर दुनिया के साथ जुड़ने का लचीलापन और अंतर्निहित शक्ति है।’’