कुलगाम मुठभेड़ चौथे दिन भी जारी

श्रीनगर{ गहरी खोज }: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में अखल खुलसन के घने जंगलों में छिपे आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए चल रहा सुरक्षा बलों का अभियान सोमवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया। इस अभियान में अभी तक दो आतंकवादी मारे जा चुके हैं जबकि तीन जवान घायल हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों को इस जंगल में चार से पाँच आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद एक अगस्त की शाम को आतंकवादियों को तलाशने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। आतंकवादियों की भीषण गोलीबारी के बाद भी पिछले 72 घंटों से इस अभियान को चलाया जा रहा है।
इसमें सेना के विशेष बल, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रहे हैं। रुद्र लड़ाकू हेलीकॉप्टरों और निगरानी ड्रोनों की मदद से छिपे हुए आतंकवादियों का पता लगाने के लिए इलाके की लगातार तलाशी ली जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि घने और ऊबड़-खाबड़ इलाकों ने तलाशी अभियान को खासा चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
इस अभियान में दो आतंकवादी मारे जा चुके हैं और इनमें से एक स्थानीय आतंकवादी है। शेष छिपे आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए इलाके की कड़ी घेराबंदी की गई है। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।
विदित हो कि कश्मीर में एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी बड़ी मुठभेड़ है। गत 28 जुलाई को सुरक्षा बलों ने श्रीनगर में हरवान-दाचीगाम वन क्षेत्र में एक मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि ये तीनों आतंकवादी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के लिए ज़िम्मेदार थे, जिसमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय घोड़े वाला मारे गए थे।