राजस्थान की वीर वसुधा को धर्मांतरण और नशे के चंगुल में नहीं फंसने देंगे : डॉ. सुरेंद्र जैन

0
29111293c73fd705205e0157475b29fe

राजसमंद{ गहरी खोज }: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने रविवार को राजसमंद में आयोजित चित्तौड़ प्रांत की दो दिवसीय बैठक में कहा कि राजस्थान को हम किसी भी सूरत में ईसाई मिशनरियों, जिहादी संगठनों और नशे के सौदागरों के चंगुल में नहीं फंसने देंगे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप और महारानी पद्मिनी की वीरभूमि पर इन षड्यंत्रों के विरुद्ध धर्मप्रेमी और राष्ट्रभक्त समाज हर मोर्चे पर खड़ा रहेगा।
दो दिवसीय बैठक के समापन अवसर पर विहिप के प्रांत स्तर से लेकर जिले स्तर तक के सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर संगठनात्मक विस्तार, सेवा कार्यों की दिशा और राष्ट्रहित के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। डॉ. जैन ने जानकारी दी कि इस वर्ष विहिप स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेशभर में 4000 से अधिक स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और प्रत्येक गांव में परिषद की इकाई स्थापित करने का संकल्प लिया गया है।
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप और महारानी पद्मिनी की पावन धरती राजस्थान में ईसाई मिशनरी और मुल्ला-मौलवियों के धर्मांतरण की गतिविधियां तेजी से बढ़ती जा रही है। इस्लामिक जिहादियों की हरकतें कन्हैया लाल की हत्या के बाद क्रूरता के साथ सामने आती रही हैं। हिंदू त्योहारों पर हमला करना, हिंदू समाज को अपमानित करना इनका शौक बन गया था। लव जिहाद करके हिंदू लड़कियों को फंसाने के षड्यंत्र और उनके आतंकवादियों के साथ संपर्क स्थापित करना झींगुर की गिरफ्तारी के बाद स्पष्ट हो गया कि यह जाल राजस्थान में भी बड़ी मजबूती के साथ फैला हुआ है।
डॉ जैन ने कहा कि हिंदू लड़के और लड़कियां दोनों इनके षडयंत्रों का शिकार बनती हैं। पिछले दिनों कई गिरफ्तारियां भी हुई। ईसाई मिशनरी धोखाधड़ी व लालच के आधार पर धर्मांतरण कर रहे हैं और पिछले दिनों उनकी सक्रियता बहुत तेजी से बड़ी है। झालावाड़ में पिछले दिनों पैसे का लालच देकर धर्मांतरण कर रहे कुछ पादरियों को पकड़ा गया जिनके पास नशीली दवाई होने का भी आरोप लगाया जाता है। भरतपुर में भी आठ पादरी और 20 नन धर्मांतरण करते हुए पकड़े गए थे जिन्होंने वहां पर उपस्थित लोगों को 500 रुपये का लालच देकर बुलाया था और धर्मांतरण करने पर 10 हजार रुपये महीने का वेतन देने का आश्वासन दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि बांसवाड़ा में भी चर्च द्वारा धर्मांतरण का एक गैंग पकड़ा गया, जिन्होंने लालच दिया था कि अगर कोई 10 हिंदुओं को ईसाई बना देगा तो उसे एक लाख रुपये मिलेंगे। कोटा की 23 वर्ष की एक गूंगी बहरी लड़की सुरभि मेहता को वे धर्मांतरण करने के लिए इंदौर ले गए थे। इस बच्ची के माता-पिता की शिकायत पर भीलवाड़ा की पुलिस इनको इंदौर से लेकर आई। नीम का थाना में स्कूल के मासूम बच्चों को धर्मांतरण करने वालों का एक माफिया पकड़ा गया था जिसमें एक सरकारी अधिकारी भी शामिल था। संभवत इसीलिए गंगानगर में एक मामले में माननीय उच्च न्यायालय को यह निर्देश देने पड़े की धर्मांतरण के इस मामले में 3 महीने में कार्यवाही की जानी चाहिए।
डॉ. जैन ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस तेजी से मिशनरी और मौलवी धर्मांतरण कर रहे हैं, इसे राजस्थान का धर्म प्रेमी समाज किसी भी स्थिति में सहन नहीं कर सकता। समाज की प्रतिक्रिया कभी भी तीव्रता के साथ आ सकती है। इसलिए वह स्थिति आने से पहले ही राजस्थान सरकार को अविलंब धर्मांतरण विरोधी कानून लाना चाहिए और धर्मांतरण लव जिहाद तथा जिहादी आतंक की इन गतिविधियों को सख्ती से रोक कर राजस्थान के धर्म प्रेमी हिंदू समाज को चैन से रहने का अवसर देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान में नशे का काम बहुत तेजी से बढ़ रहा है। युवा पीढ़ी को नशे का आदि बनाकर खोखला करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। नशे के व्यापार से प्राप्त पैसे का उपयोग धर्मांतरण और जिहाद के लिए किया जा रहा है। डॉ सुरेन्द्र कुमार जैन ने आरोप लगाया कि कई लोगों के द्वारा यह आशंका व्यक्त की जा रही है चर्च और मौलवी दोनों का हाथ नशीली दवाओं के व्यापार में भी पाया जाता है। विश्व हिंदू परिषद ने राजस्थान सरकार से अपील की वे मध्य प्रदेश के नियोगी कमीशन की तर्ज पर ईसाई मिशनरियों के काले कारनामों और मौलवियों की हिंदू विरोधी और राष्ट्र विरोधी हरकतों की जांच करने के लिए एक न्यायिक आयोग की स्थापना करें, जिससे समाज को इनके षडयंत्रों की गहराई से अवगत कराया जा सके और वे उनके जाल में न फंस सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *