सिर्फ 30 सेकंड में पैर, हार्ट और लंग्स का टेस्ट, मांसपेशियों की अकड़न होगी दूर, बाबा रामदेव ने बताए मजबूत मसल्स के उपाय

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: अमेरिका की हेल्थ एजेंसी सेंट्रल फॉर डिजीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन से सर्टिफाइड ‘सिट टू स्टैंड’ टेस्ट आपको जरूर करना चाहिए। ये टेस्ट बताता है कि आपकी मसल्स की हेल्थ कैसी है। 30 सेकंड में जितने चेयर सिटअप्स आपने किए उतना आपका स्कोर है। ये टेस्ट खासतौर पर बुज़ुर्गों के लिए है। युवा इसे एक पैर पर कर सकते हैं, लेकिन बुजुर्गों को दोनों पैर पर इसे करना है। 60-64 की उम्र में पुरुषों का स्कोर 14 तो महिलाओं का 12 होना चाहिए। ऐसे ही किस उम्र में कितना स्कोर मांसपेशियों की फिटनेस बताता है। आप जान सकते हैं।
सिर्फ मसल्स की हेल्थ ही नहीं आपका बॉडी बैलेंस, स्टेमिना और हार्ट-लंग्स की हेल्थ नापने का भी ये पैरामीटर है। लेकिन जिन लोगों का स्कोर कम हो और कई लोगों का कम होगा भी। क्योंकि 40 की उम्र के बाद एक तो वैसे ही हर 10 साल में 3 से 8% तक मसल्स लॉस होता है। उपर से खराब लाइफस्टाइल मांसपेशियों की कमज़ोरी औ बढ़ा रही है। ऐसे लोग अपना स्कोर कैसे बढ़ा सकते हैं। इसके लिए बॉडी बैलेंस और पैरों की मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए सबसे पहले ‘हील-टो वॉक’ करें। यानि एड़ी को अंगूठे से मिलाते हुए एक लाइन में सीधे चलें। लेग रेज एक्सरसाइज (Leg Raise Exercise) रोजाना करें। चेयर पर बैठें और एक पैर को सीधा सामने की ओर उठाएं, 5 सेकंड होल्ड करें और फिर नीचे लाएं। रोजाना योग करें और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाएं। स्वामी रामदेव से जानिए मांसपेशियों को मज़बूत बनाने और मसल्स प्रॉब्लम को दूर करने के लिए क्या उपाय करें?
कमजोर मांसपेशियों के लक्षण
शरीर में मांसपेशियों के कमजोर होने पर हाथ-पैरों में कमजोरी आने लगती है। फिजिकल एक्टिविटी करने में दिक्कत आती है। खेलने -दौड़ने में परेशानी महसूस होती है और जल्दी थकान फील होने लगती है। ऐसे लोगों में स्टेमिना भी कम होने लगता है। किसी भी वर्कआउट करने में दिक्कत हो सकती है।
मसल्स की परेशानी
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी आने से परेशानी बढ़ सकती है। कुछ लोगों को मांसपेशियों में सूजन आने लगती है। खिंचाव और अकड़न के कारण भी मांसपेशियों में दर्द होने लगता है। इससे बॉडी इम्बैलेंस की समस्या बढ़ जाती है।
मसल्स को मजबूत बनाने के उपाय
मांसपेशियों को मजबूत बनाने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप रोजाना कुछ देर व्यायाम जरूर करें। रेगुलर योग करें, वर्कआउट करें, कार्डियों करें, हेल्दी डाइट लें और भरपूर नींद लें। खासतौर से मसल्स वेट ट्रेनिंग जरूरी है। विटामिन-डी से भरपूर खाना खाएं। दिनभर में 4-5 लीटर पानी पिएं। खाने में विटामिन सी से भरपूर आंवला का सेवन करें।
मसल्स के कमजोर होने का कारण
मसल्स के कमजोर होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। जैसे शरीर में शरीर में खून की कमी होना, नसों पर दबाव पड़ना, जेनेटिक डिसऑर्डर, ऑटो इम्यून डिजीज या कोई संक्रमण भी इसकी वजह हो सकता है।
मांसपेशियों का दर्द दूर करने के उपाय
सबसे अच्छा और आसान उपाय है कि आप रोजाना कुछ देर पैदल चलें। खाने में दूध, ताजा फल, हरी सब्ज़ियां शामिल करें। मोटापा कम रखें और एक जगह पर ज्यादा देर तक बैठे न रहें। रोजाना वर्कआउट करें और जंक फूड से परहेज करें।
कमजोर मांसपेशियों का असर
कमजोर मांसपेशियों से शरीर के अंगों पर भी बुरा असर होता है। इससे हार्ट, ब्रेन, आंख, हाथ-पैर, इंटरनल ऑर्गन्स और ब्लड वेसल्स पर असर होता है।