डॉलर के मुकाबले 13 पैसे की कमजोरी के साथ बंद हुआ रुपया

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: ग्लोबल मार्केट में बनी अनिश्चितता, डॉलर इंडेक्स की मजबूती और स्टॉक मार्केट में विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा की गई बिकवाली के कारण आज रुपया, डॉलर की तुलना में गिरावट के साथ बंद हुआ। मुद्रा बाजार में भारतीय मुद्रा आज डॉलर की तुलना में 13 पैसे फिसल कर 86.08 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुई। इसके पहले पिछले कारोबारी दिन बुधवार को भारतीय मुद्रा 85.95 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई थी। हालांकि रुपये ने आज के कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ ही की थी, लेकिन दिन के कारोबार में दबाव बढ़ जाने के कारण डॉलर ने बढ़त बना ली।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले 5 पैसे की मजबूती के साथ 85.90 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। दिन के पहले सत्र के कारोबार के दौरान कुछ समय के लिए रुपया मजबूत होकर 85.79 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक पहुंच गया। इसके बाद जैसे-जैसे स्टॉक मार्केट में विदेशी निवेशकों ने बिकवाली का दबाव बना कर अपने पैसों की निकासी शुरू की, वैसे-वैसे डॉलर की मांग भी बढ़ती गई। डॉलर की मांग में तेजी आने के कारण रुपया ऊपरी स्तर से 31 पैसे फिसल कर 15 पैसे की कमजोरी के साथ 86.10 के स्तर तक गिर गया। पूरे दिन के कारोबार के बाद रुपये ने 13 पैसे की कमजोरी के साथ 86.08 रुपये के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि डॉलर इंडेक्स की मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारतीय शेयर बाजार से अपने पैसे की निकासी के साथ अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी के कारण ग्लोबल मार्केट में बनी अनिश्चितता ने भारतीय मुद्रा को कमजोर करने में अहम भूमिका निभाई।
खुराना सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ रवि चंदर खुराना के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में जारी उथल-पुथल के कारण विदेशी निवेशक अपने पैसे की निकासी करके उन्हें सुरक्षित करना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में भारत समेत दुनिया के अन्य बाजारों से भी डॉलर की निकासी तेज हो गई है, जिसकी वजह से डॉलर इंडेक्स में तेजी का रुख बन गया है। यही वजह है कि भारतीय मुद्रा पर भी दबाव बना हुआ नजर आ रहा है।