भोपाल में टैक्सी यूनियन की हड़ताल का मिला-जुला असर, ऑटो चालक वसूल रहे मनमाना किराया

भोपाल{ गहरी खोज }: राजधानी भोपाल में सोमवार को टैक्सी और ऑटो सेवाएं प्रभावित रही। यहां टैक्सी यूनियन की हड़ताल का मिला-जुला असर देखने को मिला। राजधानी में यूनियन ने 2500 टैक्सियों के पहिए थमने का दावा किया था, लेकिन सड़काें पर हालात कुछ और ही नजर आए। जानकारी के मुताबिक अब तक 400 से 500 टैक्सियां ही हड़ताल में शामिल हुई हैं, जबकि बाकी टैक्सियां सड़कों पर नजर आ रही हैं या फिर ऐप आधारित सेवा में सक्रिय हैं। इधर टैक्सी यूनियन कल्याण समिति के बैनर तले ड्राइवर सुबह 11 से डॉ. अंबेडकर जयंती पार्क में विरोध प्रदर्शन कर रहे है, जाे कि शाम पांच बजे तक जारी रहेगा।
टैक्सी यूनियन की हड़ताल से भोपाल रेलवे स्टेशन, रानी कमलापति स्टेशन, हबीबगंज, एयरपोर्ट, बस स्टैंड जैसे प्रमुख केंद्रों पर असर हो रहा है। इन सभी जगहों पर सुबह से ही यात्रियों का आना जाना शुरु हो जाता है। ऐसे में ऑटो टैक्सी बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिन यात्रियों को टैक्सी नहीं मिल रही हैं, उन्होंने ई-रिक्शा और खुले ऑटो का सहारा लिया, लेकिन इन चालकों ने मौके का फायदा उठाते हुए मनमाना किराया वसूल किया। यात्रियाें से 2 से 3 गुना ज्यादा किराया वसूलना शुरू कर दिया है। किराए में बढ़ोतरी को लेकर किसी तरह की प्रशासनिक निगरानी नजर नहीं आई।
इधर, अंबेडकर जयंती पार्क में हड़ताल के समर्थन में टैक्सी चालकों और यूनियन पदाधिकारियों का जमावड़ा जारी है। दोपहर तक यहां 250 से 300 टैक्सियां खड़ी हो चुकी थीं। यूनियन पदाधिकारी मंच से सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और मांगों को दोहराया जा रहे हैं। यूनियन के राष्ट्रीय सचिव नफीसउद्दीन ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन राजधानी सहित प्रदेशभर के टैक्सी चालकों की उपेक्षा और शोषण के खिलाफ है। प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा और इसके लिए पुलिस प्रशासन से विधिवत अनुमति ली गई है। यूनियन ने शहरभर में पोस्टर और पंपलेट लगाकर आमजन को अलर्ट किया है। 11 बजे से 5 बजे तक हम अंबेडकर मैदान में धरना देंगे।
टैक्सी यूनियन की आठ प्रमुख मांगें
- रेलवे स्टेशनों पर अवैध वसूली तत्काल बंद की जाए
- एयरपोर्ट और अन्य पब्लिक पिकअप पॉइंट्स पर उचित पार्किंग सुविधा दी जाए
- एयरपोर्ट पर प्राइवेट टैक्सियों का अतिक्रमण रोका जाए
- अवैध प्राइवेट और टू-व्हीलर टैक्सी सेवाएं बंद की जाएं
- निजी टैक्सी कंपनियों पर सरकारी दरें लागू हों
- फिटनेस मशीनों में तकनीकी गड़बड़ियों को सुधारा जाए
- पैनिक बटन के नाम पर अवैध वसूली बंद की जाए
- यूनियन के लिए स्थायी कार्यालय की व्यवस्था की जाए