खेल मंत्री मंडाविया ने उत्तर प्रदेश के मोदीनगर में अस्मिता वेटलिफ्टिंग लीग का उद्घाटन किया

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज उत्तर प्रदेश के मोदीनगर में अस्मिता वेटलिफ्टिंग लीग के 2025 सीज़न का उद्घाटन किया। इस अवसर पर ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू भी मौजूद रहीं। लीग के उद्घाटन संस्करण में आठ विभिन्न भार वर्गों में कुल 42 बालिकाएं हिस्सा ले रही हैं। यह दो दिवसीय प्रतियोगिता ओपन कैटेगरी में आयोजित की जा रही है।
इस अवसर पर डॉ. मांडविया ने कहा कि अस्मिता लीग जैसी पहलें देश के कोने-कोने से प्रतिभाओं की खोज और उन्हें तराशने के लिए की जा रही हैं। उन्होंने कहा, हमारा मिशन है कि हर स्तर पर अवसर दें और फिर उनमें छिपी प्रतिभा को तलाशकर उसे निखारा जाए। मोदीनगर में इन बच्चियों की आंखों में जो जुनून है, उसे देखकर मुझे पूरा विश्वास है कि हम यहां से अगली मीराबाई चानू खोज सकते हैं।
डॉ. मांडविया ने आगे कहा, “मीराबाई चानू से बेहतर रोल मॉडल कोई नहीं हो सकती। एक सुदूर मणिपुरी गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल करने वाली मीराबाई ने महिला वेटलिफ्टर्स के लिए एक नया मानक स्थापित किया है। उनका यहां मौजूद रहना इन युवा प्रतिभागियों को प्रेरित करेगा।”
उन्होंने सरकार की खेलों के प्रति 360 डिग्री प्रतिबद्धता को दोहराते हुए बताया कि पिछले 10 वर्षों में खेल बजट चार गुना बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि अब सरकार हर कोने में खिलाड़ियों तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें यह संदेश देना चाहती है कि अब आपके पास आगे बढ़ने का रास्ता है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार की खेल नीति ‘खेलो भारत नीति’ को राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जोड़ा गया है और स्कूली खेलों को विशेष महत्व दिया जा रहा है। इसका प्रभाव ‘खेलो इंडिया’ कैलेंडर में भी साफ झलकेगा और खिलाड़ियों को अवसरों की कोई कमी नहीं होगी।
कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय राज्य खेल मंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि अस्मिता लीग्स भारत के ओलंपिक सपनों को साकार करने के लिए प्रतिभाओं की पहचान और उन्हें प्रशिक्षित करने में मददगार साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा, “अस्मिता हमारे मजबूत खेल कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। आज महिलाएं खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रही हैं और उनके लिए अब कोई सीमा नहीं है।”
ओलंपियन मीराबाई चानू ने कहा कि वर्ष 2021 में शुरू हुई अस्मिता लीग्स महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई हैं। उन्होंने कहा, “इसकी चरणबद्ध संरचना बहुत ही व्यावहारिक है। अब हर किसी के पास यह स्पष्ट है कि शीर्ष स्तर तक कैसे पहुंचा जा सकता है। हमें इस तरह के मौके नहीं मिले थे, इसीलिए अस्मिता उन महिलाओं के लिए एक आशीर्वाद है जो खेल में कुछ बड़ा सपना देखती हैं।”
इस वर्ष 2025-26 के लिए कुल 852 अस्मिता लीग्स का आयोजन 15 खेलों में किया जाएगा, जिसमें पूरे देशभर के राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 70,000 से अधिक महिला खिलाड़ी हिस्सा लेंगी। बीते सीज़न में 27 खेलों में 550 लीग्स आयोजित हुई थीं, जिनमें 53,101 महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया था।

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