नशे के सौदागरों पर ‘ऑपरेशन कवच’ का शिकंजा, 1500 गिरफ्तार, करोड़ों की संपत्ति जब्त

नयी दिल्ली { गहरी खोज }: राष्ट्रीय राजधानी में नशे पर नकेल कसने के लिए दिल्ली पुलिस ने तस्करी के आरोपी करीब 1500 लोगों को गिरफ्तार कर करोड़ों रुपए की चल एवं अचल संपत्ति जब्त की है।
दिल्ली पुलिस की ओर से सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक इस साल 15 जून तक 1127 मुकदमों में 1439 तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं।
इसी प्रकार नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ अवैध तस्करी रोकथाम अधिनियम (पीआईटीएनडीपीएस) के तहत 7.76 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई और 19.03 रुपए करोड़ की संपत्ति की जांच अंतिम चरण में है।
नशीले पदार्थों की बिक्री के जाल को तोड़ने के लिए पुलिस ने अब तक 28 निरोध आदेश जारी किए जबकि 32 प्रस्तावों की प्रक्रिया चल रही है।
पिछले साल में पुलिस को इस मामले में बड़ी सफलता मिली थी। वर्ष 2024 में 1789 मुकदमे दर्ज किए गए जिसमें 2290 लोगों की गिरफ्तारियां की गईं।
गौरतलब है कि दिल्ली में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए मई 2023 में दिल्ली पुलिस की ओर से ‘ऑपरेशन कवच’ शुरू किया गया।
इस अभियान का उद्देश्य नशीले पदार्थों की तस्करी और अवैध रूप से बिक्री करने में शामिल व्यक्तियों की पहचान और गिरफ्तारी करना था। इस अभियान के तहत स्थानीय स्तर मुख्य तस्करों से लेकर उच्च स्तरीय तस्करों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि अब तक इस अभियान के तहत आठ बड़ी छापेमारी की गई हैं, जिनमें आखिरी बड़ी करवाई 18-19 जून 2025 को की गई । चौबीस घंटे तक घंटे तक चली इस कार्रवाई में 350 पुलिस दलों द्वारा दिल्ली के सभी 15 जिलों में 1040 स्थानों पर छापेमारी की गई। इस दौरान जिसमें एनडीपीएस के 133 मामलों में 139 तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने भारी मात्रा में मादक पदार्थ के अलावा,आर्म्स एक्ट 29 के मामलों में अवैध हथियार जब्त करके 30 अवैध हथियार आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार से आबकारी अधिनियम के 217 मामले दर्ज किए गए जिनमें 224 व्यक्तियों की गिरफ्तारी के बाद भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की गई।
अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस (26 जून) के अवसर पर दिल्ली पुलिस की ओर से अनेक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के नेतृत्व में 12 से 26 जून तक आयोजित इस पखवाड़े के दौरान संगीत समारोह और पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन कर बड़ी संख्या में लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
इस अभियान का उद्देश्य तस्करों पर लक्षित कार्रवाई और नशीले पदार्थों के वितरण के जाल बाधित करना है। दिल्ली पुलिस का दवा है इस अभियान के कारण नशे का कारोबार करने वालों में भय पैदा हुआ है, जिससे नशीले पदार्थों की आपूर्ति में कमी आई है। बड़े तस्कर पुलिस कार्रवाई के डर से भूमिगत हो गए हैं और अधिक मात्रा में नशीले पदार्थ दिल्ली में लाने से बच रहे हैं।