सैनिटरी पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप…पीरियड्स में किसका इस्तेमाल है बेहतर? बता रहे हैं डॉक्टर

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: पीरियड्स होने पर महिलाएं सेनेटरी पैड, टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन, अक्सर कई महिलाओं का यह सवाल होता है कि मासिक धर्म के दौरान हाइजीन के लिहाज से इनमें से किसका इस्तेमाल करना ज़्यादा बेहतर होता है। पीएसआरआई अस्पताल में स्थित वरिष्ठ सलाहकार और एंडोस्कोपिक स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल मनचंदा के अनुसार, यह पूरी तरह से किसी भी महिला की पर निर्भर करता है कि वो क्या ज़्यादा पसंद करती हैं क्योंकि तीनों ही विकल्प बेहतरीन हैं। इस लेख में डॉक्टर सेनेटरी पैड, टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप तीनों के फायदे और नुकसान बता रहे हैं ताकि आप अपने अनुसार चुनाव कर सकें कि आप क्या इस्तेमाल करना चाहेंगी
सैनिटरी पैड के फायदे और नुकसान
सैनिटरी पैड का इस्तेमाल भारत में टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप के मुकाबले ज़्यादा किया जाता है। यह हर जगह बहुत आसानी से मिल जाता है इसलिए इसका इस्तेमाल ज़्यादा होता है। साथ ही यह उन महिलाओं के लिए भी बहुत ज़्यादा यूज़फुल है जो अन्य उत्पादों में असहज महसूस करती हैं। यह शरीर के अंदर नहीं जाता, इसलिए संक्रमणों का खतरा कम होता है। हालांकि, इसे लंबे समय तक पहनने से खुजली और रैशेज़ हो सकते हैं। कई बार इसके इस्तेमाल से कपड़ों पर दाग लगने की भी चिंता होता है।
टैम्पोन के फायदे और नुकसान
टैम्पोन को वजाइन में डाला जाता है, जिससे यह दिखता नहीं है। इसका इस्तेमाल कर आप तैराकी, खेलकूद और अन्य शारीरिक गतिविधियों के दौरान आराम से कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल से गंध की समस्या कम होती है। हालांकि, पहली बार इस्तेमाल करने वालों को मुश्किल होती है। अगर इसे बहुत लंबे समय तक पहना जाए तो बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा हो सकता है। टैम्पोन वजाइन की नमी को भी सोख सकते हैं, जिससे सूखापन और जलन हो सकती है।
मेंस्ट्रुअल कप के फायदे और नुकसान
मेंस्ट्रुअल कप सिलिकॉन या रबर से बने होते हैं जिसका इस्तेमाल सालों तक किया जा सकता है। एक कप 5-10 साल तक चल सकता है, जिससे यह किफायती विकल्प है। इसे 8-12 घंटे तक पहना जा सकता है। इसे पैड-टैम्पोन की तुलना में बार-बार बदलने की जरूरत नहीं पड़ती। साथ ही यह पैड या टैम्पोन की तुलना में ज़्यादा रक्त इकट्ठा करता है। शुरुआत में कुछ महिलाओं को यह मुश्किल लग सकता है। हर उपयोग के बाद इसे अच्छी तरह से स्टेरलाइज करना महत्वपूर्ण है।
हाइजीन है ज़रूरी
डॉक्टर कहते हैं कि आप कोई भी विकल्प चुनें, बेसिक हाइजीन बनाए रखना बेहद जरूरी है ताकि संक्रमण से बचा जा सके। अगर वजाइना में इंफेक्शन है, तो पैड का इस्तेमाल करना बेहतरीन विकल्प है। साथ ही किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से पहले निर्देश ध्यान से पढ़ें और सही तरीके से इस्तेमाल करना सीखें।