लखीमपुर खीरी: ट्रेन आई मगर टिकट विंडो बंद…रेलवे कर्मियों की मनमानी से यात्री परेशान

लखीमपुर खीरी{ गहरी खोज }: रेलवे स्टेशनों पर टिकट वितरण की जिम्मेदारी निभा रहे रेल कर्मियों की मनमानी जारी हे। आलम यह है कि ट्रेन के आने पर भी कर्मचारी टिकट नहीं बांटते हैं। ऐसे में जहां रेलवे को राजस्व की क्षति होती है तो वहीं मुसाफिर बिना टिकट लिए ही यात्रा करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। हालांकि इस मामले की शिकायत होने पर रेल अधिकारियों ने जांच के आदेश देकर लखीमपुर स्टेशन के वाणिज्य अधीक्षक से जवाब तलब किया है।
ऐशबाग मैलानी रेलखंड पर रोजाना रात 08:08 पर मैलानी जाने के लिए लखीमपुर से ट्रेन है। जो 08:10 पर रवाना होती है। बुधवार को यह ट्रेन अपने निर्धारित समय से 10 मिनट पहले प्लेटफार्म पर पहुंच गई। गोला एवं मैलानी की ओर जाने वाले लोग साढ़े सात बजे तक स्टेशन पहुंच गए। मगर, इस दौरान टिकट विंडो बंद होने से टिकट वेंडिंग मशीन पर यात्रियों की भीड़ लग गई। विंडो पर मौजूद रेल कर्मी टिकट न देने का कारण बताए बगैर एटीवीएम मशीन से टिकट लेने के लिए इंगित करते रहे। प्लेटफार्म पर ट्रेन को खड़ा देखकर मुसाफिर टिकट पाने की जद्दोजहद करते दिखे। गनीमत रही कि समय से पहले आई ट्रेन करीब 14 मिनट तक प्लेटफार्म पर खड़ी रही, जिससे यात्री टिकट लेकर गंतव्य के लिए रवाना हो सके। ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी होने के बावजूद रेल कर्मियों द्वारा टिकट वितरण न करने के मामले की यात्रियों ने शिकायत ट्वीट कर दी। अधिकारियों ने इसका संज्ञान लेकर जांच करने के निर्देश देकर वाणिज्य अधीक्षक से जवाब तलब किया है।
जिम्मेदारों के मुताबिक ट्रेन के निर्धारित समय से एक घंटे पहले से टिकट वितरण का नियम है। इसके मुताबिक रात 08:08 पर ट्रेन का समय होने के कारण विंडो सात बजे खुलनी चाहिए थी, लेकिन बुधवार रात ट्रेन आने के बाद भी कर्मचारी विंडो बंद कर टिकट न देकर आराम फरमाते रहे।
वाणिज्य अधीक्षक, रेलवे स्टेशन लखीमपुर -नवनीत खत्री ने बताया कि सीतापुर में केबिल कटने से बुधवार शाम पीआरएस एवं एक काउंटर बंद था। सिर्फ एक काउंटर चल रहा था। उस पर खीरी टाउन का कर्मचारी बिक्री के लिए टिकट लेने आ गया। करीब तीन चार सौ टिकट निकाले में कुछ समय लग जाता है। इसलिए कर्मचारी ने टिकट वितरण नहीं किया।