मुश्किल में ट्रंप, अप्रवासन नीति के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, लॉस एंजेलिस से 118 गिरफ्तार

वॉशिंगटन{ गहरी खोज }: अमेरिका में ट्रंप प्रशासन की अप्रवासन नीतियों के खिलाफ विरोध तेज हो रहा है। कैलिफोर्निया के लॉस एंजेलिस में लोग खुलकर इन नीतियों के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं, जहां हिंसक प्रदर्शन और दंगे भड़क गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और अप्रवासन अधिकारियों के साथ झड़प की। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज, आंसू गैस और रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन घटनाओं पर कड़ा रुख अपनाते हुए नाराजगी जताई है। इससे पहले शुक्रवार को भी लॉस एंजेलिस में इसी तरह का हंगामा देखने को मिला था।
राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा, “अगर कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसॉम और लॉस एंजेलिस की मेयर करेन बास अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सकते, जैसा कि साफ दिख रहा है, तो संघीय सरकार को हस्तक्षेप करना होगा। दंगाइयों और उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाएगा और समस्या का समाधान किया जाएगा।” गौरतलब है कि शुक्रवार को लॉस एंजेलिस के फैशन डिस्ट्रिक्ट में अप्रवासन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) ने 44 लोगों को अवैध अप्रवासी होने के संदेह में हिरासत में लिया था, जिसका स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने विरोध किया था। शनिवार को भी पैरामाउंट शहर में अप्रवासन विभाग की कार्रवाई के खिलाफ सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे। शेरिफ रॉबर्ट लूना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पैरामाउंट में 400 से अधिक लोगों का प्रदर्शन गैरकानूनी घोषित किया गया, और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
शनिवार को अप्रवासन विभाग ने कई और अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लिया, जिसके बाद दंगे और भड़क गए। प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने सख्ती से जवाब दिया। इस सप्ताह लॉस एंजेलिस में कुल 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ट्रंप प्रशासन अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रहा है, और बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लेकर निर्वासित किया जा रहा है। संघीय अप्रवासन प्राधिकरण देशभर में छापेमारी कर रहा है, और विभाग के प्रमुख के अनुसार, उनकी एजेंसी प्रतिदिन औसतन 1600 अवैध अप्रवासियों को गिरफ्तार कर रही है।