सड़क पर नहीं अदा करने दी जाएगी नमाज, कवर क्षेत्र में ही होगी कुर्बानी

डीएम व एसएसपी की मौजूदगी में पंचायत भवन सभागार में हुई जिला स्तरीय पीस कमेटी की बैठक
मुरादाबाद{ गहरी खोज }: डीएम अनुज सिंह और एसएसपी सतपाल अंतिल की उपस्थिति में बुधवार को पंचायत भवन सभागार में जिला स्तरीय पीस कमेटी की बैठक हुई। इसमें अधिकारियों ने थानावार संभ्रांत लोगों से उनकी समस्याओं व सुझाव के बारे में पूछा और उसके समाधान का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि सड़क पर नमाज किसी भी दशा में नहीं अदा की जाएगी। कुर्बानी कवर क्षेत्र में ही होगी जिससे दूसरे धर्म को मानने वाले व्यक्तियों की भावनाएं आहत न हो।
डीएम ने कहा कि गंगा दशहरा और ईद उल अजहा के दौरान आमजन का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कोई भी ऐसा कंटेंट शेयर न किया जाए जिससे दूसरों की भावनाएं आहत हों। उन्होंने कहा कि शांति व्यवस्था प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
एसएसपी ने कहा कि हर थाने स्तर पर पीस कमेटी की बैठकें करा दी गई हैं। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रशासन का आमजन के साथ संवाद रहना चाहिए, जिससे समस्याओं की जानकारी मिलते ही उसका समाधान हो सके। इसमें पीस कमेटी की बैठकें महत्वपूर्ण हैं। कहा कि किसी भी व्यक्ति को शांति व्यवस्था प्रभावित करने का अधिकार नहीं है, यदि कोई ऐसा करेगा तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कोई भी नई परंपरा शुरू नहीं होगी। लोगों की धार्मिक परंपराएं उनकी मान्यता के अनुसार बरकरार रहे इसमें पुलिस प्रशासन सुनिश्चित कराएगी।
डीएम ने कहा कि कुर्बानी के बाद अवशेषों का निस्तारण पूरी जिम्मेदारी के साथ होना चाहिए जिससे किसी को दिक्कत न हो। कुर्बानी के बाद नालियों और सड़कों पर अवशेष को न डाला जाए क्योंकि इससे शांति व्यवस्था प्रभावित होने के साथ लोगों के बीमार होने की संभावना भी बनी रहती है।
एसडीएम नगर ज्योति सिंह ने कहा कि जिले के ईदगाहों पर अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है जो सभी व्यवस्थाओं को बेहतर कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कोई भी नई परंपरा शुरू नहीं होगी, खुले में कुर्बानी नहीं होगी और सार्वजनिक स्थलों पर नमाज अदा नहीं की जाएगी। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने कहा कि गंगा दशहरा के आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
बैठक में सीडीओ मृणाली जोशी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन गुलाब चंद्र, सिटी मजिस्ट्रेट, किंशुक श्रीवास्तव के अलावा सभी एसडीएम, क्षेत्राधिकारी पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारी व संभ्रांत नागरिक मौजूद रहे। कुर्बानी की वीडियो सोशल मीडिया पर साझा न करें क्योंकि इससे शांति व्यवस्था को लेकर चुनौती खड़ी होती है। विशेष रूप से नवयुवकों द्वारा जब ऐसा किया जाता है और उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होती है। जो उनके भविष्य के लिए नुकसानदायक साबित होती है।