ब्रिक्स देश‘जीरो टॉलरेंस’ की आतंकी नीति पर सहमत, भारत को सौंपी अध्यक्षता

नयी दिल्ली/ ब्राजीलिया{ गहरी खोज }: ब्रिक्स देशों ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध ‘ज़ीरो टॉलरेंस’की नीति पर सहमति जताई है।
ब्राजील की राजधानी ब्राज़ीलिया में आयोजित 11वें ब्रिक्स संसदीय फोरम के वार्षिक सम्मेलन में भारत सहित 10 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। लोकसभा अध्यक्ष अध्यक्ष ओम बिरला सम्मेलन मे भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
ब्रिक्स संसदीय फोरम का 12वां सम्मेलन भारत में होगा इसलिए सम्मेलन के अंतिम दिन श्री बिरला को अध्यक्षता सौंपी गई है। ब्रिक्स संसदीय सम्मेलन में भारत, ब्राज़ील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, इथियोपिया और इंडोनेशिया के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने हिस्सा लिया। सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए साझा घोषणापत्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संसदीय सम्मेलन में प्रतिनिधियों के विचार-विमर्श के बाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), वैश्विक व्यापार और अर्थव्यवस्था, अंतर-संसदीय सहयोग, वैश्विक शांति और सुरक्षा जैसे कई विषयों पर व्यापक चर्चा होने के बाद सहमति बनी। विभिन्न विषयों पर भारत की तरफ से प्रस्तुत दृष्टिकोण को सभी देशों ने सराहा और उसे सर्वसम्मति से अंतिम संयुक्त घोषणा में शामिल किया गया।
सम्मेलन में भारत ने आतंकवादी हमलों की स्पष्ट और कड़ी निंदा की और आतंकवाद के विरुद्ध ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। संयुक्त घोषणा में पहलगाम आतंकी हमले की भी कठोर शब्दों में निंदा की गई, और इस बार पर सभी देशों के प्रतिनिधियों के बीच सर्व सहमति बनी कि सभी ब्रिक्स देशों की संसद आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर कार्य करेगी।
श्री बिरला ने आतंकवादी संगठनों को मिलने वाली आर्थिक मदद को रोकने, खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान, आधुनिक तकनीकों के दुरुपयोग को रोकने तथा जांच और न्यायिक प्रक्रियाओं में सहयोग जैसे पहलुओं पर साझा प्रयास करने पर जोर दिया है।