मैजिक शो पर GST हटाए सरकार, इससे प्राचीन कला के असितत्व पर संकट : अशोक गहलोत

जयपुर { गहरी खोज }: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गत रात्रि मैजिशियन्स एसोसिएशन, राजस्थान की एक ऑनलाइन बैठक को संबोधित किया और राज्य भर के जादूगर साथियों के साथ विस्तृत चर्चा की। इस दौरान उन्होंने मैजिक कार्यक्रमों पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की बाध्यता से आ रही कठिनाइयों पर चिंता व्यक्त की और सरकार से इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
बैठक में जादूगरों ने गहलोत को बताया कि एक समय था जब मैजिक कार्यक्रमों को टैक्स फ्री किया गया था, जिससे उन्हें प्रोत्साहन मिलता था और वे आसानी से अपनी कला का प्रदर्शन कर पाते थे। हालांकि, जीएसटी लागू होने के बाद से उन्हें कई तरह की वित्तीय और प्रशासनिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे इस प्राचीन कला के अस्तित्व पर भी संकट आ गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जादूगरी के सामाजिक महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मैजिक एक पारिवारिक मनोरंजन है, जिसे पूरा परिवार साथ बैठकर देख सकता है। यह आज के समय में भी एक स्वस्थ और कम खर्च वाला मनोरंजन का साधन है।” उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल युग में जहां मनोरंजन के कई माध्यम उपलब्ध हैं, वहीं जादू की अपनी एक अनूठी और सकारात्मक भूमिका है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को आनंदित करती है।
गहलोत ने सरकार से अपील की कि ऐसे स्वस्थ एवं कम खर्च वाले मनोरंजन पर टैक्स लगाने के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैजिक न केवल कला का एक रूप है, बल्कि यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों के लिए एक किफायती मनोरंजन का विकल्प भी प्रदान करता है। जीएसटी लगने से इसकी लागत बढ़ जाती है, जिससे आयोजकों और कलाकारों दोनों को परेशानी होती है। उन्होंने मैजिशियन्स एसोसिएशन को आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों को उचित मंच पर उठाएंगे और सरकार से इस विषय पर सकारात्मक कदम उठाने का आग्रह करेंगे।