क्या बिना दवाइयों के भी ब्लड शुगर हो सकता है कंट्रोल, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर?

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो जीवनभर साथ चलती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसे सिर्फ दवाइयों से ही नियंत्रित किया जा सकता है। बहुत से मरीजों के मन में यह सवाल आता है कि क्या बिना दवा के भी ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है? इस सवाल का जवाब है, हां, कुछ मामलों में यह संभव है, लेकिन यह पूरी तरह मरीज की जीवनशैली और बीमारी की स्थिति पर निर्भर करता है। दिल्ली में स्थित पीएसआरआई अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार, एंडोक्राइनोलॉजी और डायबिटीज़ डॉ. हिमिका चावला कहती हैं कि अगर किसी व्यक्ति को प्रीडायबिटीज है या टाइप-2 डायबिटीज की शुरुआत हुई है और ब्लड शुगर का स्तर बहुत ज्यादा नहीं बढ़ा है, तो जीवनशैली में बदलाव करके शुगर को नियंत्रित रखा जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले जरूरी है संतुलित आहार।
ब्लड शुगर संतुलित रखने के लिए करें ये काम
संतुलित आहार लें: डायबिटीज के मरीजों को अपने खाने में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए जैसे साबुत अनाज, हरी सब्जियां, दालें और लो-शुगर फल। सफेद चावल, चीनी, मीठे पेय और प्रोसेस्ड फूड से पूरी तरह दूरी बनाना जरूरी होता है।
नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट की ब्रिस्क वॉक या योग करने से शरीर की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ती है और ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। शारीरिक गतिविधि शुगर को ऊर्जा में बदलने में मदद करती है।
वजन नियंत्रित रखें: मोटापा डायबिटीज के सबसे बड़े कारणों में से एक है। वजन कम करने से ब्लड शुगर नियंत्रण में आता है और दवा की जरूरत भी कम पड़ती है।
तनाव से बचें: तनाव का सीधा असर ब्लड शुगर पर होता है। ध्यान, प्राणायाम और पर्याप्त नींद लेने से तनाव कम होता है और शरीर बेहतर तरीके से काम करता है।
नियमित जांच जरूरी है: यदि आप दवा नहीं ले रहे हैं और सिर्फ जीवनशैली के जरिए शुगर कंट्रोल कर रहे हैं, तो नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करवाना बेहद जरूरी है ताकि समय पर स्थिति का आंकलन किया जा सके।
बिना दवाइयों के ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना संभव है, लेकिन इसके लिए पूरी लगन और अनुशासन की आवश्यकता होती है। हालांकि, हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना दवा बंद करना खतरनाक हो सकता है।