चित्तौड़गढ़ में बजरी विवाद बना खूनी रंजिश का कारण: होटल में युवक की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या

चित्तौड़गढ़{ गहरी खोज }: शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में रविवार देर रात बजरी विवाद को लेकर चली आ रही पुरानी रंजिश ने एक बार फिर खौफनाक रूप ले लिया, जब सेमलपुरा मोड़ स्थित एक होटल में खाना खाने आए युवक पर अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गंभीर रूप से घायल युवक को उसके साथियों ने तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। होटल में खाना खाते समय हुआ हमला
घटना रविवार रात करीब 11 बजे की है जब अजयराज सिंह झाला अपने मित्रों – ओकार लाल शर्मा, गजेंद्र सिंह डेट और शैलेन्द्र सिंह शेखावत – के साथ होटल विकास में खाना खाने पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इसी दौरान चार से पांच गाड़ियों में सवार होकर कुछ युवक मौके पर आए और अजयराज सिंह को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमलावरों की संख्या छह से आठ बताई जा रही है, जिन्होंने करीब 10 से 15 मिनट तक लगातार गोलियां चलाईं और फिर मौके से फरार हो गए।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह हत्या बजरी के अवैध खनन और परिवहन से जुड़ी आपसी रंजिश का परिणाम हो सकती है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मृतक अजयराज सिंह का कुछ समय से स्थानीय बजरी ठेकेदारों के साथ विवाद चल रहा था, जिसकी कई बार शिकायत भी की गई थी। इस एंगल से पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।
फायरिंग की आवाज और अफरा-तफरी के बीच अजयराज सिंह के साथी उसे श्री सांवरियाजी चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। अस्पताल परिसर में मृतक के परिजनों और परिचितों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
कोतवाली थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। होटल के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और संभावित हमलावरों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का मुआयना कर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है।
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों का कहना है कि शहर में खुलेआम हथियारों का इस्तेमाल और गैंगवार जैसी घटनाएं पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती हैं। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यदि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर इस तरह गोलियां चलाई जाएंगी तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित हो पाएगी?
घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। विपक्षी दलों ने इसे कानून व्यवस्था की नाकामी करार दिया है और अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है। कुछ स्थानीय नेताओं ने मृतक परिवार से मिलकर न्याय दिलाने का आश्वासन भी दिया।