अफगानिस्तान ने राजनयिक मिशन बढ़ाने के पाकिस्तान के फैसले का किया स्वागत

काबुल/इस्लामाबाद{ गहरी खोज }:अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार ने राजनयिक मिशन को राजदूत के स्तर पर बढ़ाने के पाकिस्तान के फैसले का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में यह जानकारी दी है।
मंत्रालय के उप प्रवक्ता हाफिज जिया अहमद ने शनिवार को ‘एक्स’पर कहा,“अफगानिस्तान, पाकिस्तान सरकार के काबुल में अपने राजनयिक मिशन के स्तर को राजदूत के स्तर तक बढ़ाने के निर्णय का स्वागत करता है। पारस्परिक रूप से अफगानिस्तान इस्लामाबाद में अपने मिशन का दर्जा चार्ज डी’एफ़ेयर से बढ़ाकर राजदूत करेगा। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच राजनयिक प्रतिनिधित्व में यह वृद्धि कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करती है।”
दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में तनाव के साथ-साथ सीमा पार से गोलीबारी की लगातार घटनाएं,त्वरित निर्वासन के दौरान अफगान नागरिकों के साथ पाकिस्तान का कठोर व्यवहार और देश के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में भारी अस्थिरता, जहां आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने पैर जमा लिए हैं, यह घटनाक्रम कूटनीतिक स्तर पर शत्रुता के बीच में होने वाली नरमी का संकेत देता है।
यह घटनाक्रम 21 मई को बीजिंग में चीन-अफगानिस्तान-पाकिस्तान त्रिपक्षीय वार्ता के बाद आया है जिसका ध्यान क्षेत्रीय सहयोग को बेहतर बनाने पर केंद्रित था।चीन उन कुछ देशों में से एक है, जिन्होंने तालिबान शासन को मान्यता दी है और उनके साथ खुले तौर पर बातचीत कर रहा है।