क्या प्रेग्नेंट महिलाओं को पैरासिटामोल और आईब्रूफिन जैसी दवाएं खानी चाहिए, एक्सपर्ट से जानें

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए जीवन का बेहद महत्वपूर्ण समय होता है। इस दौरान किया जाने वाला कोई भी कार्य गर्भस्थ शिशु की सेहत पर प्रभाव डालता है। इस अवस्था में किसी भी तरह की दवा डॉक्टर से पूछे बिना नहीं लेनी चाहिए। हालांकि कुछ दवाएं लोगों के लिए डेली प्रैक्टिस में आ चुकी हैं। उन दवाओं के लिए अधिकांश तौर पर लोग डॉक्टर की सलाह लेना भी जरूरी नहीं समझते। लेकिन, गर्भावस्था में ऐसी गलती मां और बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव भी डाल सकती है। पेरासिटामोल और आईब्रूफिन जैसी दवाएं इस हालत में क्या प्रभाव डाल सकती हैं जानिए एक्सपर्ट से।
गर्भावस्था में अक्सर महिलाओं के बुखार या शरीर में दर्द की भी शिकायत होती है। यह किसी भी कारण से हो सकता है। लेकिन कई बार अनजाने में महिलाएं डॉक्टर से बिना सलाह किए दवा ले लेती हैं। कई बार परिवार वाले भी शरीर दर्द या बुखार के लिए पेरासिटामोल या आईब्रूफिन जैसी दवा दे देते हैं। हालांकि इन दवाओं का मां और बच्चे दोनों की सेहत पर प्रभाव पड़ता है। गर्भावस्था में बिना डॉक्टर की सलाह के इन दवाओं को लेना कितना सुरक्षित या असुरक्षित है इस बारे में बता रही हैं कि स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ। वाणी पुरी रावत।
हो सकते हैं गंभीर प्रभाव
डॉ। वाणी पुरी रावत बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान पेरासिटामोल को हल्के बुखार या शरीर दर्द में सुरक्षित माना जाता है। हालांकि इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है। अनुशंसित मात्रा से अधिक लेने पर इसका भी साइड इफेक्ट हो सकता है। इसके अलावा गर्भावस्था में आईब्रूफिन लेने से बच्चे की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। खासतौर पर तीसरी तिमाही में यह दवा लेने से बच्चे के गुर्दे को प्रभावित कर सकती है और बच्चे के ब्लड फ्लो को भी प्रभावित कर सकती है। डॉ। रावत बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान होने वाले सभी अनुभव डॉक्टर को जरूर बताने चाहिए।
क्या करें
डॉ। रावत बताती हैं कि गर्भावस्था में कई तरह की समस्याएं होती हैं। सभी समस्याएं डॉक्टर को बतानी चाहिए। अपने मन से कोई भी दवा नहीं लेनी चाहिए। कई बार सामान्य दवा भी जच्चा और बच्चा के लिए बेहतर नहीं मानी जाती है। इसलिए कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें। गर्भावस्था में आईब्रुफिन, नेप्रोक्सेनजैसी दवाएं लेने से बचना चाहिए। डॉक्टर की सलाह से अलग कोई भी दवा नहीं लेनी चाहिए।