भारत की पहली पर्यटन जल विला परियोजना लक्षद्वीप में स्थापित होगी: पटेल

0
laks

कोच्चि/लक्षद्वीप{ गहरी खोज } : केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में 810 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से भारत की पहली पर्यावरण अनुकूल पर्यटन जल विला परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं।
यह जानकारी केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप (यूटीएलए) के प्रशासक प्रफुल पटेल ने गुरुवार को दी। उन्होंने यूनीवार्ता से कहा, “तीन पर्यावरण अनुकूल पर्यटन जल विला परियोजनाएं मिनिकॉय, कदमत और सुहेली में नीति आयोग के परामर्श से विकसित की जा रही हैं। यह भारत में अपनी तरह की पहली परियोजना होगी।
उन्होंने कहा, “कदमत और सुहेली के लिए जल विला परियोजनाएं एक प्रमुख आतिथ्य समूह को दी गई हैं। इससे पर्यटन को एक नया आयाम मिलेगा और पर्यटकों को आवास तथा मनोरंजन की सुविधाएं मिलेंगी। वहीं, स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यवसाय के नए अवसर मिलेंगे।”
उन्होंने कहा, “लक्षद्वीप की पर्यटन क्षमता को देखते हुए यूटीएलए ने क्रूज लाइनर संचालन शुरू किया है। एक अन्य क्रूज लाइनर थिन्नाकारा और चेरियम द्वीपों का दौरा कर चुका है।”
यूटीएलए ने द्वीपों में पर्यटकों के लिए आवास की सुविधा बढ़ाने के वास्ते थिन्नाकारा और बंगाराम में तीन टेंट सिटी स्थापित करने को लेकर अधिसूचना जारी की है। 18 जनवरी को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा बंगाराम में पचास टेंटों का उद्घाटन किया गया और अब इनका संचालन शुरू हो गया है। इसके अतिरिक्त, कवरत्ती में 90 चाबियों वाले पैराडाइज हट के विकास के लिए काम दिया गया है, जिसका उद्देश्य इस स्थान को एमआईसीई (मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनी) और विवाह स्थल के रूप में बढ़ावा देना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *