लिवर में कितने तरीके के इंफेक्शन होते हैं, इनकी शुरुआत कैसी होती है

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लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: लिवर हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। इसे सुरक्षित और स्वस्थ रखने का प्रयास करना चाहिए। लिवर में कई तरह के संक्रमण होते हैं, लेकिन मुख्य रूप से होने वाले संक्रमण दो ही हैं। इन संक्रमण से मरीज की जान को भी खतरा होता है। शुरुआत में संक्रमण का इलाज आसानी से हो सकता है, लेकिन संक्रमण गंभीर हो जाए तो इलाज लंबा और मुश्किल होता है। लिवर में कितनी तरह के संक्रमण होते हैं और उनकी शुरुआत कैसे होती है। इस बारे में हमने बात की स्पेशलिस्ट डॉक्टर से।

लिवर में होने वाले संक्रमण मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं। एक संक्रमण वायरल और दूसरा बैक्टीरियल। वायरल संक्रमण में हेपेटाइटिस होता है जबकि बैक्टीरियल संक्रमण में लिवर में फोड़ा या सिस्ट हो सकती है। दोनों ही संक्रमण गंभीर होते हैं और शुरुआत में इलाज संभव है। हेपेटाइटिस के के पांच प्रकार प्रकार होते हैं। बैक्टीरियल संक्रमण के भी कई प्रकार होते हैं। दोनों ही संक्रमण की शुरुआत में पेट में दर्द, लिवर पर सूजन और पाचन क्रिया का प्रभावित होना शामिल होता है। यह लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करके जांच करवानी चाहिए।

लिवर में खराबी के गंभीर लक्षण क्या होते हैं
हेपेटाइटिस संक्रमण में ए, बी, सी, डी और ई कैटेगरी में होती हैं। इसमें लिवर पर सूजन होने के साथ गंभीर नुकसान होता है। इसके लक्षणों में त्वचा और आंखों का पीला पड़ना शामिल है। सामान्य तौर पर इस संक्रमण को पीलिया भी कहा जाता है। हेपेटाइटिस के कुछ संक्रमण ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ संक्रमण लगातार बन रहते हैं, जिनका इलाज मुश्किल होता है। हेपेटाइटिस ए और ई दूषित जल के जरिए फैलता है जबकि बी, सी रक्त और शरीर के अन्य तरल पदार्थों के जरिए फैलता है। हेपेटाइटिस डी संक्रमण बी वालों को होता है। इनके अलावा बैक्टीरियल संक्रमण में लिवर में फोड़ा या सिस्ट हो सकती है। यह भी रक्त के कारण हो सकता है।

कैसा होता है शुरुआती संक्रमण
लिवर संक्रमण की शुरुआत में अक्सर थकान महसूस होती है, जो पर्याप्त आराम करने के बाद भी दूर नहीं होती। भूख कम होना या न लगना, पेट में दर्द हो सकता है। त्वचा और आंखेंपीली पड़ सकती है। इसके अलावा बुखार भी हो सकता है। यदि इनमें से कुछ लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर जांच करवानी चाहिए। संक्रमण का प्रकार पता चलने पर इलाज शुरु किया जाएगा। शुरुआत में लिवर के सभी तरह के संक्रमणों का इलाज संभव है, लेकिन देर होने पर संक्रमण गंभीर हो जाता है और इलाज भी कठिन होता है।

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