खरगे,राहुल ने बुकर पुरस्कार जीतने पर दी बानो मुश्ताक को बधाई

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी सांसद शशि थरूर ने कन्नड़ लेखिका बानु मुश्ताक को प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने पर बुधवार को प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि लेखिका ने देश तथा कन्नड़ भाषा का नाम रोशन किया है।
श्री खरगे ने कहा,“भारत को बानू मुश्ताक पर बहुत गर्व है, जिन्होंने लघु कथा संकलन – ‘हार्ट लैंप’ के लिए प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली कन्नड़ लेखिका बनकर इतिहास रच दिया है। यह उल्लेखनीय साहित्यिक उपलब्धि है जिसने कन्नड़ और भारत दोनों को वैश्विक स्तर पर सम्मानित किया है। उनकी महिला पात्रों की ताकत सबका ध्यान आकर्षित ही नहीं करती बल्कि उनकी शांत दृढ़ता, चुनौतियों से निपटने की अद्भुत क्षमता और सार्थक कार्यों के लिए उनके विरोधी स्वर की अभिव्यक्ति है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने लेखिका को बधाई देते हुए कहा,“उन्हें बहुत-बहुत बधाई, और उनके शक्तिशाली शब्द हमें प्रेरित करते रहें। मैं दीपा भष्ठि को भी उनके असाधारण अनुवाद के लिए भी हार्दिक बधाई देता हूं। यह पुरस्कार जीतने वाली वह पहली भारतीय अनुवादक भी बन गईं हैं।”
श्री गांधी ने कहा,“बानू मुश्ताक की ‘हृदय दीपा’ या ‘हार्ट लैंप’ रचना के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतना कन्नड़ साहित्य और भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह गर्व की बात है कि हाशिये की कहानियाँ, जब ईमानदारी से कही जाती हैं, तो दुनिया को प्रभावित कर सकती हैं। बानू मुश्ताक और दीपा भष्ठि को मेरी हार्दिक बधाई, जिनके अनुवाद ने इन आवाज़ों को वैश्विक दिलों तक पहुँचाया।”
श्री थरूर ने कहा ,“कन्नड़ लेखिका बानू मुश्ताक को उनके लघु कहानी संग्रह ‘हार्ट लैंप’ को अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार मिलने पर बधाई। भारतीय लेखन की एक और जीत, यह विविधता का उत्सव और लेखक की इस धारणा का उत्सव कि कोई भी कहानी कभी छोटी नहीं होती।”
गौरतलब है कि सुश्री मुश्ताक़ को वर्ष 2025 का बुकर पुरस्कार मिला है। यह पहली बार है जब कन्नड़ भाषा की किताब को यह सम्मान मिला है। उनकी की इस पुस्तक का अंग्रेजी अनुवाद सुश्री भष्ठी ने किया है। मंगलवार (20 मई) को लंदन में एक समारोह में कन्नड़ लेखिका ने सुश्री भष्ठी के साथ यह पुरस्कार ग्रहण किया।