कृषि में आधुनिक और परंपरागत ज्ञान के संगम का आह्वान किया शिवराज ने

नयी दिल्ली { गहरी खोज } : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि में आधुनिक एवं परंपरागत ज्ञान के संगम का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना और भारत को दुनिया का ‘फूड बास्केट’ बनाना है।
श्री चौहान ने मंगलवार को यहां देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और भारतीय कृषि अनुसंधान संगठन (आईसीएआर) संस्थानों के निदेशकों के वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि कीटनाशक और उर्वरक का अनियंत्रित प्रयोग मिट्टी के स्वास्थ्य को खराब कर रहा है। वैज्ञानिक लगातार अनुसंधान में लगे हुए हैं। कृषि विश्वविद्यालय भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। सभी को भरपूर पोषणयुक्त आहार उपलब्ध करवाना सरकार मंत्र है। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. एम.एल. जाट एवं सभी उप महानिदेशक, सहायक महानिदेशक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा, “विकसित भारत के लिए विकसित कृषि और समृद्ध किसान आवश्यक है। सरकार का लक्ष्य देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना और भारत को दुनिया का फूड बास्केट बनाना है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शोध पत्रों और पुस्तकों का लाभ आम किसान को होना चाहिए। कृषि की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वह शिक्षा खेती के काम आना चाहिए। किसानों की मदद के लिए मोबाइल एप या हेल्पलाइन भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आधुनिक ज्ञान और परंपरागत ज्ञान का संगम करने पर जोर होना चाहिए।