लिंगानुपात 899 से बढ़कर 913 पर

नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : सरकार की ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं के कारण देश में वर्ष 2021 तक लिंगानुपात 899 से बढ़कर 913 हो गया है।
भारतीय महा महापंजीयक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और मातृ- शिशु मृत्यु और शिशु दर का अनुपात वैश्विक औसत से बेहतर हो गया है। भारत सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों की और तेजी से बढ़ रहा है। यह रिपोर्ट शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार मंत्रालय ने यहां जारी की।
आंकड़ों में कहा गया है कि शिशु मृत्यु दर में 39 प्रतिशत की गिरावट हुई है। यह वर्ष 2014 की तुलना में वर्ष 2021 में प्रति 1000 पर 27 रह गया है। इसी तरह नवजात मृत्यु दर प्रति हजार पर वर्ष 2014 की 26 से घटकर वर्ष 2021 में 19 हो गयी है। पांच वर्ष से कम बच्चों की मृत्यु दर प्रति हजार वर्ष 2014 की 45 से घटकर वर्ष 2021 में 31 रह गई है।
रिपोर्ट के अनुसार प्रजनन दर वर्ष 2021 में दो प्रतिशत रही है। राष्ट्रीय स्तर पर स्त्री पुरुष का लिंगानुपात 899 से बढ़कर 913 हो गया है।