आखिर कौन है बाबा वेंगा…महिला या पुरूष…मरने के 29 साल के बाद भी क्यों हैं चर्चाओं में ?

धर्म { गहरी खोज } :बाबा वेंगा की भविष्वाणयों ने पूरे विश्व में खलबली मचा रखी है।अब वो एक बार फिर से चर्चा में हैं, लेकिन बाबा वेंगा आखिर हैं कौन और अब वो कहां हैं,क्यों उनकी भविष्यवाणियां इतनी चर्चित हैं ये सवाल आपके मन में भी होगा तो चलिए जानते हैं कौन है बाबा वेंगा…।
कौन है बाबा वेंगा ?
बुल्गारिया में बाबा वेंगा एक फकीर थीं जिन्हें बाल्कन क्षेत्र का नास्त्रेदमस कहा जाता है। वो एक रहस्यवादी, दिव्यदर्शी और चिकित्सक थीं। बाबा वेंगा, जिनका जन्म 1911 में उत्तरी मैसेडोनिया के स्ट्रमिका में हुआ था, जो उस समय ओटोमन साम्राज्य का हिस्सा था। उनका पूरा नाम वेंजेलिया पांडेवा गुश्टेरोवा, जिन्हें बाबा वांगा के नाम से भी जाना जाता है। बाबा वेंगा ने अपना अधिकांश जीवन बुल्गारिया के बेलासिका पहाड़ों के रूपाइट क्षेत्र में बिताया था। बाबा वेंगा ने सन् 5079 तक की भविष्यवाणी की और माना जाता है कि उनकी अब तक की 85 प्रतिशत भविष्वाणी सच साबित हुई हैं।
दृष्टिहीन थीं बाबा वेंगा
बाबा वेंगा ने 12 साल की उम्र में अपनी दृष्टि खो दी थी। वह एक शक्तिशाली बवंडर की चपेट में आ गयी थी बाद में वह जीवित पाई गई लेकिन उनकी आंखों में रेत भरी थी जिस कारण से वो अंधी हो गई। 1925 में वंगा को सर्ब, क्रोएट्स और स्लोवेनिया के राज्य में ज़ेमुन शहर में अंधे लोगों के लिए एक स्कूल में लाया गया, जहां उसने तीन साल बिताए, और उसे ब्रेल पढ़ना और पियानो बजाना सिखाया गया।
कब शुरू की भविष्वाणी ?
बाबा वेंगा के बारे में प्रचलित है कि उन्होंने 1927 में उसने स्थानीय घटनाओं की भविष्यवाणियां करना शुरू कर दिया। 30 वर्ष की आयु के बाद उसकी दूरदर्शिता, दिव्यदृष्टि की शक्तियां और विकसित हो गई। लोग उनके पास उपचार और भविष्य पूछने आने लगे। उनकी भविष्वाणी इतनी सटीक होती थी कि वो चर्चा का विषय बन गयीं।
हिटलर भी पहुंचा था वेंगा के पास
कहा जाता है कि एडॉल्फ़ हिटलर भी बाबा वेंगा के पास भविष्य जानने पहुंचा था। 1942 में वंगा ने बुल्गारियाई सैनिक दिमितार गुश्टेरोव से शादी की और बुल्गारिया के पेट्रिच में रहने चली लगीं।अब तक वो अपनी भविष्यवाणियों के लिए प्रसिद्ध हो चुकी थी।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मिली दुनिया में पहचान
दुनियाभर में वेंगा की लोकप्रियता द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, बुल्गारियाई राजनेताओं और सोवियत के नेताओं ने उनसे सलाह मांगी।वहीं कई शोधकर्ताओं ने उन पर अध्ययन किया है कि क्या उनके पास कोई असाधारण क्षमताएं है भी या नहीं। सबसे पहले अध्ययनों में से एक बल्गेरियाई सरकार द्वारा शुरू किया गया था और इसका जिक्र “फ़ेनोमेन” (1977) में किया गया है।
अपनी मौत की भी कि थी भविष्वाणी
11 अगस्त 1996 को स्तन कैंसर के कारण बाबा वेंगा का निधन हो गया था। कहा जाता है कि अपनी मौत की भी भविष्वाणी उन्होंने कर दी थी। बाबा वेंगा का चर्च और कब्र बुल्गारिया के सेंट पेट्रिच में है। बाबा वेंगा की अंतिम इच्छा और वसीयतनामा को पूरा करते हुए, पेट्रिच में उनके घर को एक संग्रहालय में बदल दिया गया, जिसे 5 मई, 2008 को आगंतुकों के लिए खोला गया।
बाबा वेंगा की ये भविष्यवाणियां हुई सच
बाबा वेंगा ने वर्ष 5079 तक की भविष्यवाणी कर रखी हैं। जिन्हें हर साल दिसंबर में प्रकाशित किया जाता है। बाबा वेंगा की अब तक कई भविष्यवाणियां सच हो चुकी है जैसे 9/11 अटैक, सोवियत संघ के 1991 में विघटन,करोना महामारी, अमेरिका का 44वां राष्ट्रपति अश्वेत होगा यानि ओबामा, 2004 में सुनामी इसी तरह उनकी कई भविष्यवाणी सच हो चुकी है।