श्रीलंकाई लोगो के हमलों में 20 भारतीय मछुआरे घायल

नागपट्टिनम{ गहरी खोज }: तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले से समुद्र में मछली पकड़ने उतरे मछुआरों की नाव पर कल मध्यरात्रि समुद्र के बीचोबीच अज्ञात श्रीलंकाई नागरिकों ने कथित तौर पर हमला कर दिया और लूटपाट की, जिससे 20 मछुआरे घायल हो गये।
मछुआरों ने शनिवार को यहां बताया कि शुक्रवार मध्यरात्रि लूटपाट और हमलों की तीन अलग-अलग घटनाओं में घायल मछुआरों को तट पर लौटने के बाद सुबह नागपट्टिनम के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। उनमें से पांच को आंतरिक और बाहरी चोटें आई हैं और उनका इलाज चल रहा है जबकि अन्य का उपचार बाह्य रोगी के रूप में किया जा रहा है।
मछुआरों ने आरोप लगाया कि जब वे नागपट्टिनम में कोडियाक्कराई तट से दक्षिण-पूर्व में कुछ समुद्री मील दूर मछली पकड़ रहे थे कि तभी कुछ तमिल भाषी हमलावर मोटर चालित नावों में सवार होकर मछली पकड़ रहे भारतीय मछुआरों की नौकाओं के पास पहुंचे। हमलावर भारतीय मछुआरों की नौकाओं पर चढ़ गए और उन पर लोहे की छड़ों, पत्थरों और चाकुओं से हमला कर दिया। इसके बाद उन्होंने मछली पकड़ने के जाल, जीपीएस गैजेट, मोबाइल फोन, बैटरी, पकड़ी गई मछलियाँ और अन्य सामान लूट लिया और भाग गए। प्रभावित मछुआरों ने हमले की सूचना मत्स्य अधिकारियों और तमिलनाडु समुद्री पुलिस को दे दी है।
इस बीच राज्य मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित मछुआरे नागपट्टिनम जिले के सेरुधुर, वेल्लापल्लम और अक्कराइपेट्टई तटीय बस्तियों के रहने वाले हैं।
इस बीच इन हमलों के विरोध में सेरुधुर, वेल्लापल्लम और अन्य तटीय बस्तियों के मछुआरे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने केंद्र से मांग की है कि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जाए। उन्होंने केंद्र से यह भी मांग की है कि तमिलनाडु के मछुआरों की सुरक्षा के लिए भारतीय समुद्री बलों द्वारा अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पर गश्त बढ़ाई जाए।
मछुआरे केंद्र और तमिलनाडु सरकार से हमले में हुए नुकसान के लिए उचित मुआवजा दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं।