डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की जेल वापसी : 21 दिन की फरलो बाद लौटे जेल

चंडीगढ़{ गहरी खोज }: एक बार फिर गुरमीत राम रहीम की जेल वापसी सुर्खियों में है। हत्या और बलात्कार के मामलों में दोषी डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख आज सुनारिया जेल रोहतक लौट रहे हैं। उन्हें 9 अप्रैल 2025 को 21 दिन की छुट्टी दी गई थी, आज वह अवधि समाप्त हो गई है।
डेरा प्रमुख कड़ी सुरक्षा के बीच सिरसा डेरा से जेल के लिए रवाना होंगे। उन्होंने डेरा के स्थापना दिवस का जश्न मनाया और छुट्टी के दौरान अपने समर्थकों से मुलाकात की। राम रहीम पहले भी जेल से बाहर आ चुके हैं, यह पहली बार नहीं है।
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि वे अब तक 13 बार जेल से बाहर आ चुके हैं – पैरोल और छुट्टी दोनों को मिलाकर। हरियाणा जेल विभाग के रिकॉर्ड इस सच्चाई की पुष्टि करते हैं। गुरमीत राम रहीम सिंह डेरा सच्चा सौदा का मुखिया है। साल 2017 में उसे दो साध्वियों से जुड़े मामले में दोषी पाया गया था। इसके साथ ही उसे पत्रकार रामचंदर छत्रपति की हत्या के मामले में भी सजा सुनाई गई थी। दोनों ही मामलों में उसे 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। यह सजा सीबीआई की विशेष अदालत ने सुनाई थी। उसने रोहतक स्थित सुनारिया जेल में अपनी सजा काटनी शुरू की थी। 9 अप्रैल 2025 को उसे इस बार फरलो पर रिहा किया गया था। उससे पहले 2 जनवरी 2025 को उसे 30 दिन की पैरोल भी मिली थी। उसके बाद उसने उत्तर प्रदेश के बरनावा आश्रम में 20 दिन और सिरसा डेरा में 10 दिन बिताए थे।
हरियाणा जेल नियमों के तहत यह फरलो और पैरोल प्रक्रिया होती है। कानूनी तौर पर यह एक विशेष छूट है जो अच्छे आचरण वाले कैदियों को मिलती है। लेकिन हर बार इस पर राजनीतिक और सामाजिक रूप से बहस होती है…
21 दिन की छुट्टी के दौरान गुरमीत राम रहीम सिरसा डेरा में ही रहे। इस दौरान उन्होंने कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं किया, लेकिन डेरा स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाया गया। राम रहीम के प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें पोस्ट कीं, जिससे काफी हंगामा हुआ। कानून-व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए राज्य सरकार ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। गुरमीत राम रहीम की जेल वापसी कानून के मुताबिक हो रही है। अभी यह तय होना बाकी है कि उन्हें एक बार फिर पैरोल मिलेगी या छुट्टी। हालांकि, हर बार जब वे जेल से बाहर आते हैं, तो उनके कामों पर सरकार और समाज की निगाह रहती है। ऐसे में सजा के दौरान इस तरह की रियायत स्वीकार्य है या नहीं, इस पर अगले दिनों में फिर से बहस होगी।