आरबीआई के तरलता बढ़ाने के उपाय से चढ़ा बाजार

मुंबई{ गहरी खोज } : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की जारी आलोचना से विश्व बाजार के कमजोर संकेत के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तंत्र में तरलता बढ़ाने के उपाय से स्थानीय स्तर पर एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, हेल्थकेयर और रियल्टी समेत ग्यारह समूहों में हुई लिवाली से आज शेयर बाजार में लगातार छठे दिन तेजी रही।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 187.09 अंक की मजबूती के साथ 79,595.59 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 41.70 अंक की तेजी के साथ 24167.25 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह बीएसई का मिडकैप 0.81 प्रतिशत की छलांग लगाकर 43,252.46 अंक और स्मॉलकैप 0.82 प्रतिशत उछलकर 49,143.12 अंक पर बंद हुआ।
इस दौरान बीएसई में कुल 4130 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2476 में लिवाली जबकि 1504 में बिकवाली हुई वहीं 150 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में कारोबार के लिए रखी गई कुल 2986 कंपनियों के शेयरों में से 1834 में तेजी जबकि 1059 में गिरावट रही वहीं 93 में टिकाव रहा।
आरबीआई ने तरलता मानकों को और मजबूती देने तथा तंत्र में तरलता बढ़ाने के उद्देश्य से तरलता कवरेज अनुपात (एलसीआर) ढांचे में संशोधन संबंधी अंतिम दिशा-निर्देश सोमवार को जारी किए हैं। केंद्रीय बैंक के इस उपाय से बीएसई के 11 समूहों में तेजी रही।
इस दौरान रियल्टी 2.40, एफएमसीजी 1.87, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.43, वित्तीय सेवाएं 0.66, हेल्थकेयर 0.75, कमोडिटीज 0.17, सीडी 0.72, इंडस्ट्रियल्स 0.27, ऑटो 0.30, बैंकिंग 0.61 और धातु समूह के शेयर 0.01 प्रतिशत मजबूत रहे।
वैश्विक स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.43, हांगकांग का हैंगसेंग 0.78 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.25 प्रतिशत चढ़ गया जबकि जर्मनी का डैक्स 0.16 और जापान के निक्केई में 0.17 प्रतिशत में गिरावट रही।