तेजस्वी का बिहार में भ्रष्टाचार का आरोप राजनीति से प्रेरित : राजीव

पटना{ गहरी खोज }: जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का राज्य में क़ानून व्यवस्था एवं कथित भ्रष्टाचार का आरोप राजनीति से प्रेरित है।
श्री प्रसाद ने सोमवार को कहा कि जदयू इतिहास के गड़े मुर्दे नहीं उखाड़ना चाहता है लेकिन जब श्री तेजस्वी अनाप- शनाप बोलते रहेंगे तो उन्हें आईना दिखाना पड़ेगा। उन्हें भूलना नहीं चाहिए कि उनकी मां एवं पिता के कार्यकाल में लोगों को क्या-क्या भोगना पड़ा है। लोमहर्षक नरसंहारों, फिरौती के लिए अपहरण, जातीय सेनाओं एवं अतिवादी संगठनों के बीच संघर्ष एवं इलाकाई समानांतर सरकारों एवं बाहुबलियों के कहर से त्रस्त राज्य नीतीश शासन में बदलने लगा ।अराजकता के स्थान पर सुशासन की सरकार स्थापित हुई ।थानों के जीर्णोद्धार,वैज्ञानिक अनुसंधान एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सीधी मॉनिटरिंग के बदौलत बिहार प्रति लाख व्यक्तियों के आधार पर अपराध दर देश के ज्यादातर राज्यों से अत्यधिक कम हुआ है ।
जदयू नेता ने कहा कि भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले तेजस्वी जमीन दो नौकरी लो के बहुचर्चित घोटाले में लगातार एजेंसियों के सामने खड़े हो रहे हैं और उनके पिता लू प्रसाद कुख्यात चारा घोटाला के मामले में सजायफ़्ता होते हुए भी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं ।राजद शासन घोटालों एवं भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका था । पिछले बीस वर्षों के शासन काल में श्री कुमार ने राज्य में भ्रष्टाचार को समाप्त किया ।आधारभूत संरचना,सड़क निर्माण ,सेतु एवं महासेतुओं फ़्लाइओवर्स का जाल बिछाया गया ।घर घर बिजली,पीने का पानी,कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण ,नौकरी एवं रोजगार,जातीय सर्वे एवं शराबबंदी जैसे मुद्दों पर ऐतिहासिक फैसले लेकर बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का कार्य किया। आज बिहार विकसित राज्य बनने की राह पर अग्रसर है।