दरभंगा में सादगी और श्रद्धा से मनाया गया गुड फ्राइडे

दरभंगा{ गहरी खोज }: बिहार के दरभंगा में शुक्रवार को गुड फ्राइडे का पर्व ईसाई समुदाय ने श्रद्धा और सादगी के साथ मनाया।
इस अवसर पर दोनार स्थित रोमन कैथोलिक चर्च में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जिसमें प्रभु यीशु मसीह के बलिदान और मानवता के लिए दिए गए संदेशों को याद किया गया। प्रार्थना सभा से पूर्व होली क्रॉस स्कूल प्रांगण से चर्च तक भव्य क्रूस यात्रा निकाली गई, जिसमें प्रभु यीशु के जीवन की 14 प्रमुख घटनाओं को झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इस यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और ईसा मसीह के प्रेम, शांति, भाईचारे और सत्य के संदेश पर चलने का संकल्प लिया।
फादर रॉय मैथ्यू, सहायक फादर नोबेल और फादर जॉयसन फर्नांडीज के नेतृत्व में प्रार्थना सभा संपन्न हुई। इस दौरान चर्च परिसर को आकर्षक फूलों और रोशनी से सजाया गया था। फादर रॉय मैथ्यू ने प्रवचन में बताया कि करीब 2025 साल पहले यरूशलम में प्रभु यीशु ने मानवता के लिए प्रेम, एकता और शांति का संदेश दिया लेकिन धार्मिक कट्टरपंथियों की साजिश के कारण उन्हें सूली पर चढ़ा दिया गया। ईसाई समुदाय इस बलिदान को याद करते हुए हर वर्ष शुक्रवार को गुड फ्राइडे के रूप में मनाता है। इस दिन को प्रभु यीशु के बलिदान दिवस के रूप में मनाने वाले अनुयायी उपवास रखते हैं और देर शाम विशेष पूजा विधियों के बाद शरबत और मीठी रोटी (बन) से उपवास तोड़ते हैं।
फादर मैथ्यू ने बताया कि बाइबल के अनुसार, यीशु मसीह के शरीर त्यागने के तीन दिन बाद रविवार को वे पुनः जीवित हुए थे, जिसे ईस्टर संडे के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व ईसाई समुदाय के लिए अत्यंत हर्ष और उल्लास का अवसर होता है, जब परिजन और मित्रगण एक-दूसरे को ईस्टर एग और मिठाइयां भेंट करते हैं।
गुड फ्राइडे के धार्मिक अनुष्ठानों में सिस्टर नीली, सिस्टर जैंसी, सिस्टर एलसीट, सीआईसी सिस्टर, एमसी ब्रदर्स, स्टीवन सर्पिस, एसएम माइकल, सनी पीटर, गैब्रियल दास, रेमी ठाकुर, रज्जी चाको, सुधा फ्रांसी समेत बड़ी संख्या में कैथोलिक अनुयायियों ने भाग लिया और पैशन ऑफ द लॉर्ड समारोह में प्रभु यीशु के बलिदान की कथा को श्रद्धापूर्वक सुना।