एक राष्ट्र, एक चुनाव जनभागीदारी से ही होगा साकार: मदन राठौड़

जयपुर{ गहरी खोज } : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” अभियान के डिजिटल संस्करण के लोकार्पण के अवसर पर कहा कि यह स्वप्न जनभागीदारी से ही साकार होगा। उन्होंने एक विशेष क्यूआर कोड जारी किया, जिसके माध्यम से नागरिक डिजिटल रूप से अपना समर्थन दर्ज करा सकते हैं। राठौड़ ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” को भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली को सशक्त बनाने और शासन व्यवस्था को स्थिरता देने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया।
उन्होंने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों से आर्थिक संसाधनों की बर्बादी होती है और आचार संहिता के कारण जनकल्याणकारी योजनाएं ठप हो जाती हैं। उन्होंने 1971 के बाद लोकसभा और विधानसभा चुनावों के अलग-अलग समय पर होने से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आई बाधाओं का उल्लेख किया और अनुच्छेद 356 के दुरुपयोग से संघीय ढांचे को हुई क्षति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हर कुछ महीनों में होने वाले चुनावों से विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता।
“एक राष्ट्र, एक चुनाव” के लाभ गिनाते हुए राठौड़ ने कहा कि इससे सरकारें पांच वर्षों तक स्थिरता से कार्य कर पाएंगी, नीति निर्माण में सुसंगतता आएगी और संसाधनों की बचत होगी, जिसका उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास में किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह सुधार केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें जनसमर्थन और सहयोग आवश्यक है।
उन्होंने नागरिकों, मीडिया, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों से इस पहल के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसे सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। राठौड़ ने कहा कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” देश को स्थिरता, सुशासन और समावेशी विकास की दिशा में ले जाने का एक सुनहरा अवसर है।
अभियान के प्रदेश संयोजक सुनील भार्गव ने कहा कि यह पहल राष्ट्र की स्थिरता, संसाधनों की बचत और नीति-निरंतरता के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि डिजिटल संस्करण के माध्यम से नागरिक क्यूआर कोड स्कैन कर अपना समर्थन दर्ज करा सकते हैं, जिससे व्यापक जनसहभागिता सुनिश्चित होगी। यह अभियान देश के लोकतंत्र को सशक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।