पूजा ‘ट्रू होप फाउंडेशन’ के माध्यम से बेसहारा लोगों की अंतिम विदाई में बन रही सहारा

जयपुर { गहरी खोज }: राजस्थान के सामाजिक संगठन ट्रू होप फाउंडेशन की मदद से ब्राइट द सोल फाउंडेशन की संस्थापक एवं दिल्ली की पूजा शर्मा बेसहारा लोगों की अंतिम विदाई में सहारा बन रही है और वह अब तक चार हजार से अधिक बेसहारा लोगों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार करा चुकी है तथा उनका यह मिशन अब नए शहरों एवं अधिक लोगों तक पहुंचने लगा है।
ट्रू होप फाउंडेशन के अनुसार पूजा ने दिल्ली में अपने को अनाथ और अज्ञात दिवंगतों के अंतिम संस्कार के कार्य में समर्पित कर दिया है कि ऐसे लोगों को भी वह सम्मान और विदाई मिले, जिसके वे हकदार हैं। पूजा न सिर्फ पार्थिव शरीर को श्मशान तक पहुंचाती हैं बल्कि विधिपूर्वक अंतिम संस्कार भी करती हैं। इसके बाद अमावस्या को जो आध्यात्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है, वह हरिद्वार में गंगा में अस्थि-विसर्जन करके दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी करती हैं।
शुरु में पूजा यह काम व्यक्तिगत और स्व-प्रेरित होकर करती थी लेकिन अब ट्रू होप फाउंडेशन की मदद मिलने के बाद उसका काम और भी व्यापक हो गया है। ट्रू होप फाउंडेशन ने दानदाताओं के लिए एक पारदर्शी और भरोसेमंद मंच प्रदान किया है। ट्रू होप फाउंडेशन पूजा शर्मा जैसी परिवर्तनकारी व्यक्तित्व के साथ खड़े होने पर गर्व करता है और पूजा का समर्पण और उसकी कहानी इस बात का प्रमाण है कि करुणा, दृढ़ता और सही समर्थन से क्या नहीं हासिल किया जा सकता।
ट्रू होप फाउंडेशन के संस्थापक कुलदीप खत्री ने बताया कि वर्ष 2023 में जोधपुर से ट्रू होप फाउंडेशन की स्थापना के बाद से उन्हें लगातार क्राउडफंडिंग के माध्यम से एकजुट होने वाले लोगों की शक्ति ने काफी प्रभावित किया है। राजस्थान सहित भारत के कई हिस्सों में अनगिनत जिंदगियों को बदलते देखा है, चाहे वह बेसहारा जानवरों को दूसरा जीवन देना हो, बुजुर्गों को फिर से सम्मानपूर्ण जीवन दिलाना हो, या फिर कठिन समय में परिवारों को भोजन और आश्रय उपलब्ध कराना हो। उन्होंने कहा “अब हमारा ध्यान स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सकीय जरूरतों के लिए सहयोग प्रदान करने पर है, खासकर उन लोगों के लिए जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं। कोई भी सिर्फ संसाधनों की कमी के कारण पीछे नहीं छूटना चाहिए।”