सूडानी अर्धसैनिक बलों के प्रमुख ने युद्ध के दो साल पूरे होने पर ‘समानांतर सरकार’ की घोषणा की

खार्तूम{ गहरी खोज }: सूडान के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के कमांडर मोहम्मद हमदान डागालो ने मंगलवार को एक ‘समानांतर सरकार’ के गठन की घोषणा की और कहा कि यह एक नए सूडान के लिए एक राजनीतिक चार्टर तथा ऐतिहासिक संक्रमणकालीन संविधान का प्रतिनिधित्व करेगी।
यह घोषणा मंगलवार को सूडान युद्ध के दो वर्ष पूरा के अवसर पर की गई है।
श्री डागालो ने टेलीग्राम पर प्रसारित अपने भाषण में कहा कि समानांतर सरकार नयी मुद्राएं शुरू करेगी और राष्ट्रीय पहचान दस्तावेज जारी करेगी। उन्होंने अफ्रीकी संघ से समानांतर सरकार को मान्यता देने का आह्वान किया।
यह घोषणा आरएसएफ और उसके सहयोगी राजनीतिक और सशस्त्र समूहों द्वारा केन्या के नैरोबी में ‘राजनीतिक चार्टर’ पर हस्ताक्षर करने के लगभग दो महीने बाद की गई है, जिसमें सूडान में ‘समानांतर सरकार’ बनाने की मंशा व्यक्त की गई थी।
उल्लेखनीय है कि 13 मार्च को, अब्देल फत्ताह अल-बुरहान के नेतृत्व वाली सूडानी सरकार, जो सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) के प्रमुख के रूप में भी काम करती है, ने केन्या द्वारा हस्ताक्षर समारोह की मेजबानी करने के जवाब में केन्या से सभी आयात निलंबित कर दिया था। सूडान ने केन्या पर हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया लेकिन उसने इन आरोपों को नकार दिया।
सूडानी सशस्त्र बलों और आरएसएफ के बीच संघर्ष में हजारों लोग मारे गए, 1.5 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हुए, जो अप्रैल 2023 में एक नियोजित राजनीतिक परिवर्तन से जुड़े तनावों के कारण शुरू हुआ था और सूडान को उस स्थिति का सामना करना पड़ा जिसे संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया के सबसे खराब मानवीय संकटों में से एक कहा।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने चेतावनी दिया कि देश अकाल की कगार पर पहुंच गया है तथा इसकी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली ध्वस्त हो चुकी है तथा हताहतों की सही संख्या की पुष्टि करना लगभग असंभव है।