हनुक्का समारोह के दौरान बाप-बेटे ने बरसाईं गोलियां, 15 की मौत…
सिडनी के बॉन्डी बीच में फायरिंग: एक ढेर, दूसरा गंभीर
सिडनी { गहरी खोज }: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर रविवार को हुई भीषण गोलीबारी में अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यह घटना यहूदी समुदाय के पर्व हनुक्का के दौरान हुई, जिसके बाद पूरे ऑस्ट्रेलिया में हड़कंप मच गया है। सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इसे 1996 के पोर्ट आर्थर नरसंहार के बाद देश की सबसे खतरनाक गोलीबारी बताया है।
अधिकारियों के अनुसार, हमले को दो बंदूकधारियों ने अंजाम दिया, जो आपस में पिता-पुत्र थे। उनकी पहचान 50 वर्षीय साजिद अकरम और उसके 24 वर्षीय बेटे नवीद अकरम के रूप में हुई है। दोनों ने खास तौर पर बॉन्डी बीच को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की।
रविवार, 14 दिसंबर को बॉन्डी बीच पर हनुक्का पर्व के आयोजन के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। कार्यक्रम का आयोजन बॉन्डी के चाबड़ संगठन की ओर से किया गया था। इसी दौरान काले कपड़ों में दो हथियारबंद लोग कैंपबेल परेड मैदान और बॉन्डी बीच पवेलियन के बीच बने पुल पर दिखाई दिए। ऊंचाई से नीचे मौजूद भीड़ पर लगातार गोलियां चलाई गईं।
पुलिस द्वारा जारी वीडियो फुटेज में सामने आया कि पुल पर मौजूद एक हमलावर साजिद अकरम था, जबकि दूसरा उसका बेटा नवीद अकरम। फायरिंग के बाद साजिद पुल से नीचे पार्क एरिया में पहुंच गया, जहां लोगों में अफरा-तफरी मच गई और वे जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
इसी दौरान 43 वर्षीय अहमद-अल-अहमद नामक व्यक्ति ने पीछे से साजिद अकरम को पकड़कर उससे हथियार छीन लिया। बताया गया है कि अहमद सीरियाई मूल के हैं और अपने भाई के साथ बॉन्डी बीच पर कॉफी पीने आए थे। उन्हें हथियार चलाने का कोई अनुभव नहीं था, फिर भी उनकी बहादुरी से कई जानें बचने की बात कही जा रही है।
हथियार छीने जाने के बाद साजिद अकरम भागकर दोबारा पुल पर अपने बेटे नवीद के पास पहुंच गया। इसी बीच नवीद की गोलियां खत्म हो गईं और वह हथियार में दोबारा गोलियां भरने लगा। मौके का फायदा उठाते हुए पुलिस ने दोनों पर फायरिंग कर दी। साजिद को मौके पर ही गोली लगी और वह गिर पड़ा, जबकि नवीद गंभीर रूप से घायल हो गया। शाम करीब 7.30 बजे पुलिस ने पूरे इलाके को सुरक्षित घोषित कर दिया।
पुलिस की गोली लगने से साजिद अकरम की मौके पर ही मौत हो गई। नवीद अकरम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस के अनुसार, दोनों हमलावर न्यू साउथ वेल्स के बोनीरिग इलाके के रहने वाले थे, जो बॉन्डी बीच से करीब एक घंटे की दूरी पर है। आशंका है कि हमले की साजिश पहले से रची गई थी। दोनों ने कुछ हफ्ते पहले कैंपसी इलाके में एक कमरा किराए पर लिया था, जहां पुलिस ने छापेमारी की है। वहां से एक विस्फोटकों से भरा वाहन भी मिला है, जिसका संबंध हमलावरों से जोड़ा जा रहा है। फिलहाल पुलिस को किसी तीसरे व्यक्ति की संलिप्तता के संकेत नहीं मिले हैं।
साजिद अकरम: ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के मुताबिक, साजिद फल बेचने के व्यवसाय से जुड़ा था और उसके पास न्यू साउथ वेल्स में छह बंदूकों का लाइसेंस था। पुलिस का मानना है कि इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल हमले में किया गया।
नवीद अकरम: नवीद पहले निर्माण कार्य में ईंट बिछाने का काम करता था, लेकिन कंपनी बंद होने के बाद उसकी नौकरी चली गई थी। उसकी पढ़ाई न्यू साउथ वेल्स के हेकेनबर्ग स्थित अल-मुराद यूनिवर्सिटी में हुई थी, जहां अरबी और कुरान की शिक्षा दी जाती है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, वह वहां एक आदर्श छात्र माना जाता था।
परिजनों के मुताबिक, हमले से कुछ दिन पहले दोनों ने परिवार को बताया था कि वे वीकेंड पर मछली पकड़ने के लिए जेर्विस बे जा रहे हैं। नवीद की मां वेरेना ने कहा कि बेटे ने घटना से कुछ घंटे पहले ही फोन किया था। उन्होंने दावा किया कि उनका बेटा शांत स्वभाव का है और गलत गतिविधियों में शामिल नहीं रहता। फिलहाल बॉन्डी बीच की घटना को लेकर पूरे ऑस्ट्रेलिया में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और जांच एजेंसियां हर पहलू से मामले की जांच कर रही हैं।
