फ्रांस में गिरफ्तार रूस की कथित जासूस ने कहा दुनिया भर से मिल रहा समर्थन
मॉस्को{ गहरी खोज }:जासूसी के शक में फ्रांस में गिरफ्तार की गयी रूसी-फ्रांसीसी नागरिक ऐना नोविकोवा ने एक पत्र में कहा है कि उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है और उन्हें अलग-अलग देशों से समर्थन पत्र मिले हैं।
रूसी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने इस खत तक पहुंच होने का दावा करते हुए यह बात कही है। इससे पूर्व, ल पेरिसियन अखबार ने 25 नवंबर को एक रिपोर्ट में कहा था कि फ्रांसीसी खुफिया सेवाओं ने नोविकोवा सहित एसओएस डोनबास संगठन के तीन सदस्यों को हिरासत में लिया है। यह संगठन डोनबास के निवासियों को मदद देता है। नोविकोवा पर रूस के लिये जासूसी करने का आरोप है। हिरासत में लिये गये लोगों ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है।
आरआईए नोवोस्ती की रिपोर्ट के अनुसार, नोविकोवा ने एक खत में कहा, “चाहे कुछ भी हो जाये, मैं हिम्मत नहीं हारूंगी और डटी रहूंगी। मुझे फ्रांस के लोगों से समर्थन के कई पत्र मिले हैं। कल मुझे थाईलैंड से भी एक पत्र मिला। स्विट्जरलैंड से भी कुछ पत्र आये थे।”
उन्होंने कहा कि इससे सकारात्मक रहने और ”यह विश्वास रखने में मदद मिलती है कि एक दिन यह पागलपन खत्म होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि रूसी परिषद ने फ्रांसीसी अधिकारियों से जेल में उनसे मिलने का मौका देने के लिये कहा है।
नोविकोवा ने जेल की स्थितियों के बारे में कोई शिकायत नहीं की। उन्होंने कहा कि वहां एक टीवी और एक फ्रिज है और खाना भी अच्छा है। नोविकोवा ने कहा, “शनिवार को पादरी हमसे मिलने आते हैं। हम खेल सकते हैं, अलग-अलग मास्टर क्लास में जा सकते हैं। मैंने नौकरी के लिये आवेदन किया है, और मैं अपनी बारी का इंतज़ार कर रही हूं।”
ल पेरिसियन ने फ्रांसीसी अभियोजन पक्ष के हवाले से बताया कि हिरासत में लिये गये लोगों पर “एक विदेशी राज्य के साथ साज़िश करने,” “एक विदेशी राज्य के लिए ज़रूरी जानकारी इकट्ठा करने की गतिविधियां करने,” और “अपराध करने की साज़िश रचने” का आरोप लगाया गया था। पेरिस में रूसी दूतावास ने 26 नवंबर को आरआईए नोवोस्ती को पुष्टि की कि नोविकोवा को हिरासत में लिया गया है।
रूसी राजनयिक मिशन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि नोविकोवा के पास फ्रांसीसी नागरिकता भी है। इस वजह से मामले में रूसी राजनयिकों की शक्तियां थोड़ी कम होती हैं।
