हत्या के मामले में 11 साल से फरार आरोपित गिरफ्तार
नई दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रनहौला थाना क्षेत्र में 11 साल पहले हुई हत्या के मामले को सुलझाते हुए फरार आरोपित लखन सिंह उर्फ अंश कुमार उर्फ राजू (43) को उत्तर प्रदेश के कासगंज से गिरफ्तार किया है। अदालत ने 2014 से फरार चल रहे आरोपित को भगोड़ा घोषित किया था।
क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार ने शुक्रवार को बताया कि 21 नवंबर, 2014 को रनहौला थाना क्षेत्र में खेडी बाबा ब्रिज, हॉली कॉन्वेंट स्कूल के पास नाले के किनारे 40-45 वर्षीय अज्ञात पुरुष का शव मिला था। उसके चेहरे, सिर और शरीर के कई हिस्सों पर गहरी चोटें थीं। बाद में मृतक की पहचान राकेश उर्फ भगत के रूप में हुई और हत्या के आरोप में लखन सिंह का नाम सामने आया। लेकिन घटना के बाद से वह फरार था।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम लंबे समय से पुराने और अनसुलझे संगीन मामलों पर काम कर रही थी। इसी दौरान पता चला कि 2014 का यह हत्या मामला अभी तक अनसुलझा है और आरोपित 11 साल से फरार है। इंस्पेक्टर पुखराज की टीम को आरोपित के बारे में अहम जानकारी मिली। इसके बाद टीम ने राजस्थान, हरियाणा और उप्र में कई जगह लगातार छापेमारी की। तकनीकी निगरानी और स्थानीय जांच के बाद आरोपित की मौजूदगी कासगंज में पक्की हुई। जिसके बाद पुलिस टीम ने छापा मारकर आरोपित को दबोचा।
जांच में पता चला है कि 2014 में अदालत ने आरोपित को भगोड़ा घोषित कर दिया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार ठिकाने बदलता रहा।वह कभी राजस्थान, कभी हरियाणा तो कभी उप्र के अलग-अलग जिलों में जाकर मजदूरी करता था।
गिरफ्तार आरोपित लखन सिंह मूल रूप से राजस्थान के करौली का निवासी है। उसने पांचवीं तक पढ़ाई की और बाद में दिल्ली के नजफगढ़ आकर पीओपी का काम करने लगा। हत्या में नाम आने के बाद वह लगातार भागता रहा और 11 साल तक पुलिस काे चकमा देता रहा।
