केंद्रीय मंत्री पुरी के जेब में हाथ डाले रखने पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने दी नसीहत
नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: लोकसभा में बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को उस समय एक विचित्र स्थिति से गुजरना पड़ा जब अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों के प्रश्नों का जवाब देते समय उन्हें जेब में हाथ डाले रखने पर नसीहत दी। निचले सदन में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री पुरी प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य शशिकांत सेंथिल के पूरक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। इसी दौरान अध्यक्ष बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा, ‘‘माननीय मंत्री जी जेब में हाथ डालकर नहीं (जवाब दें)।’’ अध्यक्ष ने इसी दौरान पुरी से यह भी कहा, ‘‘आराम से जवाब दीजिए। गुस्सा नहीं कीजिए। मुस्कराकर जवाब दीजिए।’’ इस पर पुरी ने कहा, ‘‘यह सर प्रश्नकाल में उत्तर देने की (मेरी) शैली है।’’ अध्यक्ष ने मंत्रियों और सदस्यों से प्रश्नकाल के दौरान सीधे चर्चा नहीं करने के बजाय आसन के माध्यम से प्रश्नोत्तर और संवाद करने को भी कहा। उन्होंने प्रश्नकाल में सदस्यों से संक्षिप्त प्रश्न पूछने और मंत्रियों से उनका संक्षिप्त ही जवाब देने का अपना आग्रह भी दोहराया और कहा कि इससे अधिक सदस्यों को प्रश्नकाल में अपने प्रश्न पूछने का मौका मिल सकता है।
बिरला ने कहा कि वह पहली बार चुनकर आए सदस्यों को और ऐसे सदस्यों को प्रश्नकाल में पूरक प्रश्न पूछने का अवसर प्राथमिकता से देने की कोशिश करते हैं, जिन्हें पहले मौका नहीं मिला हो। गौरतलब है कि बिरला पहले भी प्रश्नकाल के दौरान मंत्रियों को जेब में हाथ नहीं डालने, सदस्यों से सीधे बातचीत नहीं करने, सदस्यों से हाथ मिलाते हुए सदन से नहीं जाने, संक्षिप्त उत्तर देने आदि की नसीहत देते रहे हैं।
