यूरोपीय संघ के साथ एफटीए को अंतिम रूप देने में आ रही बाधाएं दूर कर लेंगे: गोयल
मुंबई{ गहरी खोज }: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने में आने वाली बाधाओं को दूर करने का बृहस्पतिवार को भरोसा जताया। गोयल ने समझौते पर हस्ताक्षर होने की कोई संभावित समयसीमा न बताते हुए कहा कि इटली जैसे देश भारत को अपनी शराब एवं मोटर वाहन निर्यात कर सकेंगे और इसके बदले में भारत 27 देशों के इस समूह को व्हिस्की, वस्त्र एवं मोटर वाहन कलपुर्जे निर्यात कर सकेगा। गोयल ने इस सप्ताह की शुरुआत में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों के साथ हुई अपनी चर्चाओं का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हमें भरोसा है। हालांकि कुछ मुद्दे हैं जिन पर हमें अब भी सहमति बनानी है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इसे सफलतापूर्वक पूरा कर लेंगे।’’
इसके साथ ही वाणिज्य मंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों के वार्ताकार दल एक अच्छा समझौता कराने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं और कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। गोयल ने इटली-भारत व्यापार मंच को संबोधित करते हुए कहा कि भारत-यूरोपीय संघ एफटीए एक निष्पक्ष, न्यायसंगत एवं संतुलित दस्तावेज होगा जो सभी देशों के लिए लाभकारी होगा।
इस अवसर पर इटली के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी भी उपस्थित रहे। गोयल और ताजानी दोनों ने वैश्विक बाजार में कच्चे माल की सुचारू आपूर्ति के लिए लोकतांत्रिक देशों के बीच सहयोग की जरूरत पर बल दिया। ताजानी ने कहा कि उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण कच्चे माल की कीमतों को तय करने में कोई एक देश ‘किंगमेकर’ की भूमिका नहीं निभा सकता। इटली के उप प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मामले पर इटली, यूरोप, भारत, जापान और अमेरिका के बीच एक ‘राजनीतिक समझौते’ की आवश्यकता है। गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को देखते हुए भारत-इटली संबंध 21वीं सदी के निर्णायक संबंधों में से एक होंगे।
