पीएम जनमन योजना से जनजातीय अंचल में तेजी से बदल रहा जीवन
रायपुर{ गहरी खोज }: पीएम जनमन योजना का लक्ष्य विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) (Particularly Vulnerable Tribal Groups) के लिए सुरक्षित आवास, स्वच्छ पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषणए सड़क, दूरसंचार और स्थायी आजीविका के अवसर जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित कर उनके सामाजिक.आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।
मुख्य मंत्री विष्णु देव साय (राज्य सरकार) के दो साल आगामी 13 दिसंबर को पूरे हो रहे हैं। इन दो सालों में धमतरी जिले में विकास के बहुत से काम हुए हैं। प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान (पीएम जनमन योजना) के अंतर्गत जिले की कमार एवं विशेष पिछड़ी जनजाति की बसाहटों में बुनियादी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण का कार्य तेज गति से जारी है। योजना का मुख्य उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों को आवास, स्वच्छ पेयजल, बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका जैसी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराना है। प्रशासनिक प्रयासों से इन बसाहटों में विकास की नई किरण पहुँच रही है।
जिले में 1481 आवास स्वीकृत किए गए हैं, इनमें से 1046 आवास पूर्ण हो चुके हैं, जबकि 435 आवास निर्माणाधीन हैं। अधिकारियों ने बताया कि शेष आवास अगले चार माह में पूर्ण कर लिए जाएंगे। ग्रामीणों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण
पीएम जनमन योजना के तहत 36 सड़कों का निर्माण स्वीकृत किया गया है। इन सड़कों की कुल 1341.60 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं। अधिकांश निर्माण कार्य प्रगति पर है। सड़कें बन जाने से दूरस्थ बसाहटों को बाजार, स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक सेवाओं से बेहतर जोड़ मिलेगा। धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक मसानडबरा में मॉडल आवास कॉलोनी का निर्माण भी तेजी से जारी है। यह कॉलोनी आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगी, जिससे स्थानीय जनजातीय परिवार सुरक्षित और बेहतर वातावरण में रह सकेंगे।
जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी घरों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा दिया गया है। साथ ही हर घर का विद्युतीकरण पूर्ण हो चुका है। गांवों में रोशनी पहुँचने से बच्चों की पढ़ाई, आजीविका कार्यों और सुरक्षा की स्थिति में बड़ा सुधार हुआ है।जनजातीय समुदायों के सर्वांगीण विकास के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित बहुउद्देश्यीय केंद्र ग्रामीण अंचलों में नई संभावनाएँ तैयार कर रहे हैं। नगरी ब्लॉक के बोईरगांव में निर्मित नया बहुउद्देश्यीय केंद्र शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आजीविका संबंधी गतिविधियों का केंद्र बन रहा है। आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को ज्ञानवर्धक शिक्षण सामग्री और खिलौने उपलब्ध कराए गए हैं। ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ, प्रशिक्षण और आवश्यक मार्गदर्शन भी यहीं प्राप्त होगा। 50-सीटर बालक छात्रावास निर्माण नगरी विकासखंड के बाजार कुर्रीडीह में 50-सीटर बालक छात्रावास का निर्माण जारी है। इसका कार्य जनवरी तक पूर्ण हो जाएगा। छात्रावास तैयार होने के बाद कमार जनजाति के बच्चों को सुरक्षित आवास, भोजन और अध्ययन की सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
ग्राम पिपरहीभर्री में एकीकृत ग्राम योजना एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत सामाजिक एवं संसाधन मानचित्र, गैप एनालिसिस, लघुवनोपज प्रबंधन और आजीविका कार्ययोजनाओं का दस्तावेजीकरण किया गया है। यह कार्य ग्रामीण समुदाय को अपने प्राकृतिक संसाधनों के प्रभावी प्रबंधन और टिकाऊ विकास की दिशा में सशक्त आधार प्रदान करता है।
जिले की 133 बसाहटों में त्वरित गतिविधियों की पूर्ण संतृप्ति हासिल की गई है। इससे यह सुनिश्चित हुआ है कि प्रत्येक कमार परिवार तक योजना का लाभ समय पर पहुँचे। पीएम-जनमन योजना के माध्यम से विकास, सम्मान और आत्मनिर्भरता की रोशनी अब जिले की हर जनजातीय बसाहट तक पहुँच रही है। दूरस्थ अंचलों में रहने वाले परिवार अब मुख्यधारा से तेजी से जुड़ रहे हैं और सुरक्षित, स्वस्थ तथा बेहतर जीवन की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा रहे हैं।
