अमित शाह ने शहीद दिवस पर असम के लोगों के बलिदानों को याद किया
नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि असम के लोगों ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए राज्य के इतिहास को आकार दिया और असम आंदोलन के दौरान देशभक्ति का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘शहीद दिवस के अवसर पर, असम आंदोलन के दौरान असम के लोगों द्वारा किए गए बलिदानों की याद ताजा हो गई। उन्होंने तमाम मुश्किलों का सामना किया, असम के इतिहास को आकार दिया और देशभक्ति का एक बेमिसाल उदाहरण पेश किया।’’ शाह ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार असमवासियों की आकांक्षाओं को पूरा कर रही है और राज्य शांति, प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर है।
वर्ष 1979 से 1985 तक ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (एएएसयू) और ऑल असम गण संग्राम परिषद (एएजीएसपी) के नेतृत्व में चलाए गए असम आंदोलन का उद्देश्य राज्य में रहने वाले अवैध प्रवासियों के खिलाफ था और इसने केंद्र सरकार से उन्हें ढूंढने, उनके मताधिकार को छीनने और उन्हें वापस भेजने की मांग की थी।
