परम्पराओं के पुनर्जागरण में ‘लोरी’ का प्रथम स्थान : बांके बिहारी पाण्डेय

0
7ea6f4856b67247564d7a0dc9e5bd74b

प्रयागराज{ गहरी खोज }: विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर में प्रधानाचार्य बांके बिहारी पाण्डेय के मार्गदर्शन एवं शैलेश श्रीवास्तव के संयोजन में अभिनव संस्था एवं विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में लोरी प्रतियोगिता के द्वितीय चरण का आयोजन गुरूवार को किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पाण्डेय ने बताया कि परम्पराओं के पुनर्जागरण में लोरी का प्रथम स्थान है। लोरी एक सुखदायक गीत या पालना गीत है, जिसे आमतौर पर बच्चों को सुलाने के लिए गाया जाता है। इन गीतों का उद्देश्य बच्चों को शांत करना और सुलाना है। लेकिन कुछ संस्कृतियों में इनका उपयोग सांस्कृतिक ज्ञान या परम्पराओं को आगे बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। ये अक्सर मधुर और लयबद्ध धुन वाली होती हैं जो बच्चों को आराम देती है। लोरी का उपयोग सांस्कृतिक ज्ञान और परम्पराओं को अगली पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए भी किया जा सकता है।
विद्यालय के संगीताचार्य एवं मीडिया प्रभारी मनोज गुप्ता ने बताया कि यह प्रतियोगिता दो वर्गों प्रथम वर्ग (षष्ठ से नवम्) एवं द्वितीय वर्ग (दशम से द्वादश) तक के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित की गई थी। इस प्रकार कुल सात ग्रुप क्रमशः आशा भोंसले, कविता कृष्णमूर्ति, सुनिधि चौहान, लता मंगेशकर, किशोरी अमोनकर, गीता दत्त और श्रेया घोषाल के नाम पर थे।
लोरी प्रतियोगिता में स्थान बनाने वाली ग्रुप (षष्ठ से नवम) लता मंगेशकर ग्रुप (प्रथम), सुनिधि चौहान ग्रुप (द्वितीय) एवं इसी ग्रुप ने (तृतीय)। इसी प्रकार (दशम से द्वादश) श्रेया घोषाल ग्रुप ने (प्रथम) एवं (द्वितीय) तथा गीता दत्त ग्रुप (तृतीय) स्थान पाकर विजयी रहे। विजयी प्रतिभागियों को प्रधानाचार्य बांके बिहारी पाण्डेय एवं प्रधानाचार्य अवधेश कुमार मिश्र ने प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
प्रतियोगिता के निर्णायक शैलेश श्रीवास्तव एवं मनोज कुमार गुप्ता थे। प्रतियोगिता का संचालन पायल जायसवाल ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी छात्र -छात्राएं, शिक्षकगण, अभिनव संस्था के ऋतिक श्रीवास्तव, शादमा खातून, सर्वेश प्रजापति, अमरेश श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, आदित्य सिंह एवं विद्यालय में निरीक्षण करने आए निरीक्षकों की टोली के सभी सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *