सर्जरी से पहले शराब पीना क्यों है खतरनाक, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट ने बताया क्यों दी जाती है परहेज करने की सलाह
लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: सर्जरी से पहले डॉक्टर शराब न पीने की सलाह देते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है कि ऐसा क्यों कहा जाता है। सर्जरी से एक रात पहले शराब पीना भले ही आपको उतना नुकसानदायक न लगे, लेकिन खून में शराब की मात्रा एनेस्थेटिक दवाओं पर बुरा असर कर सकती है। ऐसा करना मरीज की सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। थोड़ी सी भी शराब आपकी बेहोशी को कम कर सकती है। इससे ब्लड प्रेशर प्रभावित हो सकता है और ऑपरेशन के दौरान जटिलताओं के जोखिम बढ़ सकता है। एनेस्थेसियोलॉजिस्ट ने बताया सर्जरी से पहले शराब पीना या इसे छुपाना क्यों है खतरनाक।
सर्जरी से पहले शराब पीने से क्यों मना करते हैं डॉक्टर
एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और इंटरवेंशनल पेन मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर कुणाल सूद ने इसे लेकर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो बता रहे हैं कि मेडिकल गाइडेंस सर्जरी से पहले शराब से परहेज करने की सख्त सलाह क्यों देते हैं। कैसे शराब एनेस्थेटिक दवाओं के साथ प्रतिक्रिया करती है और क्यों आपको डॉक्टर को पूरी बात बतानी चाहिए।
हाई डोज की जरूरत- डॉक्टर ने बताया कि शराब और एनेस्थेटिक दवाएं सेंट्रल नर्व्स सिस्टम पर एक तरह से काम करती हैं और इसलिए शरीर में अल्कोहल पाया जाना एनेस्थेटिक प्रभाव को कम कर सकती है। जब शराब अभी भी शरीर में मौजूद होती है, तो निर्धारित डोज के असर कम हो सकता है। इसका मतलब है कि एनेस्थेसियोलॉजिस्ट को बेहोश करने के लिए मरीज को हाई डोज दवा देने की जरूरत पड़ सकती है। लंबे समय तक शराब पीने से लिवर एंजाइम और रिसेप्टर संवेदनशीलता में और भी बदलाव आता है।
बेहोशी कम या ज्यादा हो सकती है- ज्यादा शराब पीने से एनेस्थिसियोलॉजिस्ट के लिए चीज़ें मुश्किल हो सकती हैं। क्योंकि अलग-अलग दवाएं इस्तेमाल की जाती हैं जो शराब की वजह से असर कम कर सकती हैं। ज्यादा नशा करना एनेस्थीसिया की जरूरतों को कम करता है। जिससे जल्दी बेहोशी, रेस्पिरेटरी डिप्रेशन और एस्पिरेशन का खतरा बढ़ जाता है। शराब शरीर में वायुमार्ग रिफ्लक्सेस को कम करती है। जिससे अति-बेहोशी और श्वसन अवसाद का खतरा बढ़ जाता है। शराब वायुमार्ग की सजगता को भी कमजोर करती है और गैस्ट्रिक खाली करने की प्रक्रिया को धीमा कर देती है।
ब्लड प्रेशर तेजी से कम होता है- शराब रक्त वाहिकाओं के फैलाव और ब्लड प्रेशर में में गिरावट का कारण बनती है, जो एनेस्थीसिया के असर को दिखाती है। क्योंकि एनेस्थीसिया ब्लड प्रेशर को कम करता है इसलिए इन दोनों के साथ मिलने से मरीज के बेहोश होने का खतरा और ब्लड प्रेशर में गंभीर गिरावट का खतरा बढ़ जाता है। लगातार शराब का सेवन ऑपरेशन के दौरान हार्ट फंक्शन को भी प्रभावित कर सकती है।
सर्जरी के वक्त ज्यादा ब्लीडिंग होना- शराब शरीर की ट्रीटमेंट प्रक्रिया को कमजोर कर सकती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है और सर्जरी के दौरान खून बहने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। रिकवरी में मुश्किलें हो सकती हैं। शराब प्लेटलेट्स के कार्य और जमावट के मार्ग को कमजोर करती है और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और कोलेजन सिंथेसिस को कमज़ोर करती है। इससे ऑपरेशन के दौरान खून बहने का खतरा बढ़ जाता है। इससे ऑपरेशन के बाद संक्रमण या घाव की समस्याएं होने का खतरा भी रहता है।
डॉक्टर ने बताया कि आपके एनेस्थेसियोलॉजिस्ट को आपके शराब पीने और दूसरी चीजों के सेवन के बारे में जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि एनेस्थेटिक की खुराक को उसी के अनुसार निर्धारित किया जाता है। अगर 24 घंटों के भीतर शराब के सेवन के बारे में पता चलने से एनेस्थीसिया टीमों को डोज निर्धारित करने, सेफ्टी को लेकर एहतियात बरतने और कॉम्प्लिकेशन को कम करने में मदद मिलती है।
