कफ सिरप माफिया के पिता को ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया सोनभद्र
सोनभद्र{ गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश व झारखंड राज्य में करोड़ों रुपए का कफ सिरप तस्करी करने वाले चर्चित ड्रग माफिया शुभम जायसवाल के पिता भोला प्रसाद जायसवाल को सोनभद्र पुलिस ने कलकत्ता एयरपोर्ट से गिरफ्तार करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर सोनभद्र ले आयी है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बुधवार को बताया कि सोनभद्र पुलिस टीम ने रविवार को कोलकाता से कफ सीरप तस्करी के मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल के पिता व शैली ट्रेडर्स के मालिक भोला प्रसाद जायसवाल पुत्र रामदयाल, निवासी कायस्थ टोला, प्रहलाद घाट वाराणसी को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह विदेश भागने की तैयारी में था। गिरफ्तारी के उपरांत सोनभद्र पुलिस द्वारा कोलकाता में ट्रांजिट रिमांड हेतु न्यायालय में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था। ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद सोनभद्र पुलिस उसे कलकत्ता से पटना तक हवाई जहाज से ले आये फिर सड़क मार्ग से सोनभद्र लाया गया है।
एसपी ने बताया कि 18 अक्टूबर को जिले में चेकिंग के दौरान दो कंटेनरों से कुल 1,19,675 शीशी लगभग 3.50 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित कफ सीरप की शीशियाँ बरामद की गई थीं। इसके बाद 01 नवम्बर को झारखंड के रांची में 134 पेटी में करोड़ों की कुल 13,400 अवैध कफ सिरफ की शीशियाँ बरामद की गई थीं। फिर 04 नवम्बर को सोनभद्र पुलिस व गाज़ियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में चार ट्रकों से 3.40 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित कफ सीरप तथा ₹20 लाख फंडिंग की नकदी बरामद की थी।
इसके बाद इस मामले में गठित एसआईटी व एसओजी पुलिस टीम ने मामले की जांच शुरू किया। जांच से स्पष्ट हुआ कि भोला प्रसाद जायसवाल द्वारा मेसर्स शैली ट्रेडर्स, रांची झारखंड के माध्यम से बड़े पैमाने पर कफ सीरप की नकली बिलिंग कर विभिन्न जनपदों में अवैध वितरण किया जा रहा था। एसआईटी जांच में जनपद भदोही, चंदौली, वाराणसी व सोनभद्र में लगभग ₹25 करोड़ के फर्जी लेन-देन का खुलासा हुआ, जिनमें से अधिकांश फर्में धरातल पर अस्तित्वहीन पाई गई। संलिप्त खातों को फ्रीज कराया गया है। 29 नवम्बर को सोनभद्र जिले के ड्रग इंस्पेक्टर राजेश मौर्य द्वारा थाना रॉबर्ट्सगंज में एनडीपीएस एक्ट व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया।
उक्त अभियोग में उल्लेखित है कि ग्राम बरकरा की फर्जी फर्म माँ कृपा मेडिकल एवं मेसर्स शिवक्षा प्रा० लिमिटेड द्वारा 1 अप्रैल 24 से 23 अगस्त 25 तक 7,53,000 शीशियाँ फेसाड्रिल सिरप अवैध रूप से काले बाजार में खपाई गई। उक्त संगीन आरोपों के आधार पर सोनभद्र पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा भोला प्रसाद जायसवाल की गिरफ्तारी की गई।
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्त भोला प्रसाद जायसवाल द्वारा यह बताया गया कि फर्म उनके नाम से पंजीकृत है, परंतु इसका संचालन उनका पुत्र शुभम जायसवाल करता था। उन्होंने कहा कि नकली बिलिंग तथा फर्जी लेन-देन संबंधी समस्त गतिविधियाँ भी शुभम जायसवाल द्वारा ही की जाती थी। भोला जायसवाल ने पूछताछ में बताया कि व्यापार का पूरा संचालन झारखंड में स्थित गोदाम से किया जा रहा था। व्यापार का वित्तीय लेन देन का कार्य चार्टर्ड अकाउंटेंट विष्णु अग्रवाल द्वारा किया जाता था। इस संबंध में भी सोनभद्र एसआइटी टीम द्वारा विष्णु अग्रवाल से अलग से पूछताछ की जायेगी। अभियुक्त के द्वारा बताये गये तथ्यों की जांच हेतु एसआईटी टीम द्वारा उचित कस्टडी रिमांड पर लिया जायेगा। अन्य जनपदों की पुलिस टीम द्वारा भी पूछताछ की कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपित भोला प्रसाद जायसवाल जनपद चंदौली, जौनपुर गाजीपुर व वाराणसी जिले में वांछित था। एसपी ने बताया कि एसआईटी टीम के निरीक्षक सदानंद राय व प्रणय प्रषून श्रीवास्तव व एसओजी प्रभारी राजेश चौबे ने कलकत्ता में भोला प्रसाद जायसवाल को गिरफ्तार किया था।
