चक्रवात डिटवा से श्रीलंका को 7 अरब डॉलर तक का आर्थिक नुकसान: सरकारी अनुमान
कोलंबो{ गहरी खोज }: श्रीलंका को चक्रवात ‘डिटवा’ से 6 से 7 अरब अमेरिकी डॉलर तक का भारी आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 3 से 5 प्रतिशत है। यह जानकारी पुनर्वास कार्यों की निगरानी कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को दी। अब तक कम से कम 465 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 366 लोग लापता हैं। भीषण बाढ़, भूस्खलन और बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के ध्वस्त होने से कई जिले पूरी तरह कट गए हैं, जिससे श्रीलंका की आपदा प्रबंधन क्षमता पर भारी दबाव पड़ा है। आवश्यक सेवाओं के आयुक्त जनरल प्रभात चंद्रकिर्थि ने कहा, “चूंकि सभी 25 जिले प्रभावित हुए हैं, हमारा अनुमान है कि कुल नुकसान 6 से 7 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच होगा।” 1.4 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हैं, जिनमें से 2,33,000 से अधिक लोग 1,441 राहत शिविरों में ठहरे हुए हैं।
चंद्रकिर्थि ने बताया कि आपदा के बाद की प्रक्रियाओं को तेज करने के लिए नए कानूनी प्रावधानों की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा, “वर्तमान कानूनों के तहत मृत्यु प्रमाण पत्र छह महीने बाद ही जारी किए जा सकते हैं। हमें यह अवधि कम करने के लिए नए कानून लाने होंगे।” उन्होंने बताया कि सरकार ने अस्थायी रूप से जमी हुई सब्जियों के आयात की अनुमति दी है, क्योंकि मध्य पर्वतीय जिलों में भूस्खलन और बाढ़ से सब्जी उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कैंडी जिले में सबसे अधिक 118 मौतें हुईं, इसके बाद नुवारा एलिया में 89 और बदुला में 83 मौतें दर्ज की गईं—ये सभी जिले मध्य पर्वतीय क्षेत्र में स्थित हैं। चंद्रकिर्थि ने बताया कि प्रभावित परिवारों के लिए ‘हाउस-क्लीनिंग अलाउंस’ को बढ़ाकर 10,000 श्रीलंकाई रुपये से 25,000 रुपये कर दिया गया है, और इसे बिना स्वामित्व सत्यापन के वितरित किया जाएगा। आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, मंगलवार तक 783 घर पूरी तरह नष्ट हो चुके थे और 31,417 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। दूरसंचार अधिकारियों ने कहा कि सभी बाधित सेवाएं गुरुवार तक बहाल कर दी जाएंगी। बाढ़ और भूस्खलन के कारण 4,000 से अधिक संचार टावर ठप हो गए थे, जिनमें से लगभग 2,800 को पुनः चालू किया जा चुका है।
