रूस भारत के भारी व्यापार घाटे को लेकर चिंताओं का समाधान करने को तैयार: पैस्कोव
नई दिल्ली{ गहरी खोज }: रूस के राष्ट्रपति भवन (क्रेमलिन) के प्रवक्ता दिमित्री पैस्कोव ने मंगलवार को कहा कि मॉस्को भारत के भारी व्यापार घाटे को लेकर उसकी चिंताओं से पूरी तरह अवगत है और इस “समस्या” को दूर करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है।
भारतीय पत्रकारों के लिए वीडियो-स्ट्रीम की गई प्रेस वार्ता में पैस्कोव ने यूक्रेन में अमेरिका की शांति योजना, रूसी कच्चे तेल पर अमेरिकी प्रतिबंध और भारत को रूसी रक्षा तकनीक व प्लेटफॉर्म की आपूर्ति सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने वैश्विक व्यापार के लिए एक नए ढांचे की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें डॉलर-आधारित भुगतान प्रणाली का उपयोग “राजनीतिक हथियार” की तरह न किया जाए। यह टिप्पणी अमेरिका की कार्रवाइयों की आलोचना थी, लेकिन पैस्कोव ने यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका की ताज़ा मध्यस्थता की कोशिशों की सराहना करते हुए उसे “बहुत प्रभावी” बताया। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि यह प्रयास सफल होगा। हम इसमें योगदान देने के लिए तैयार हैं।” यह बयान तब आया जब कुछ ही घंटों बाद अमेरिकी वार्ताकार स्टीव विटकॉफ़ राष्ट्रपति पुतिन से मिलने वाले थे। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 4-5 दिसम्बर को नई दिल्ली यात्रा से पहले आयोजित की गई, जहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे।
