पाक सेना ने अफ़ग़ान तालिबान पर आतंकी घुसपैठ में मदद करने का आरोप लगाया

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इस्लामाबाद{ गहरी खोज }: पाकिस्तान सेना ने अफ़ग़ान तालिबान पर आरोप लगाया है कि वे आतंकवादियों को सीमा पार कर पाकिस्तानी इलाके में घुसपैठ और हमले करने में सहायता कर रहे हैं। सेना की मीडिया शाखा ISPR के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ़ चौधरी ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में यह आरोप लगाया, जिसका वीडियो शुक्रवार को जारी किया गया। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ान तालिबान की चौकियाँ पाकिस्तानी पोस्टों पर गोलीबारी करती हैं, जिससे आतंकियों और तस्करों को सीमा पार करने के लिए “कवर” मिल जाता है।
उन्होंने कहा, “सीमाएँ दोनों तरफ से सुरक्षित होती हैं, लेकिन अफ़ग़ानिस्तान की पोस्टें पहले हमारी फोर्सेज को निशाना बनाती हैं। इसी के चलते आतंकवादी सीमा में मौजूद गैप से घुस जाते हैं।” उनके अनुसार, इसी कवर में कई समन्वित हमले और तस्करी की घटनाएँ बढ़ रही हैं।
चौधरी ने बताया कि पाकिस्तान ने 2,500 किलोमीटर लंबी सीमा पर हर 15–25 किलोमीटर पर सैन्य पोस्टें बनाईं हैं। लेकिन पूरी सीमा को 100% सील कर पाना संभव नहीं है—जैसे अमेरिका–मेक्सिको सीमा भी पूरी तरह नियंत्रित नहीं की जा सकती। उन्होंने अफ़ग़ान तालिबान के इस दावे को भी खारिज किया कि पाकिस्तान ने रातभर अफ़ग़ानिस्तान में हमले किए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान “अच्छे और बुरे तालिबान” में कोई फर्क नहीं करता।
ISPR प्रमुख ने बताया कि 4 नवम्बर से अब तक 4,910 खुफ़िया-आधारित ऑपरेशनों (IBOs) में 206 आतंकवादी मारे गए हैं। जनवरी से अब तक 67,023 IBO किए गए हैं, जिनमें सबसे अधिक 53,000 बलूचिस्तान में और 12,800 से अधिक खैबर पख्तूनख्वा में हुए। पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के संबंध लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। पाकिस्तान का दावा है कि अफ़ग़ान तालिबान, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को सुरक्षित पनाहगाह प्रदान कर रहा है। हालिया युद्धविराम की खबरों के बावजूद, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कोई युद्धविराम प्रभावी नहीं है क्योंकि अफ़ग़ान तालिबान ने अपनी ओर से हमले रोकने के संकेत नहीं दिए हैं।

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