युवा खिलाड़ियों की मौत के बाद हरियाणा CM ने सभी खेल परिसरों की संरचना की व्यापक जांच के आदेश दिए
चंडीगढ़{ गहरी खोज }: हरियाणा के मुख्यमंत्री नैब सिंह सैनी ने गुरुवार को राज्य के सभी खेल परिसरों के ढांचे की व्यापक जांच के आदेश दिए हैं। यह कदम दो किशोर बास्केटबॉल खिलाड़ियों की मौत के बाद उठाया गया है, जिनकी मृत्यु जंग लगे लोहे के खंभे गिरने से हुई। सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने दोनों खिलाड़ियों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने भी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जहां भी खेल ढांचा असुरक्षित है, वहां उसका उपयोग तुरंत रोका जाए। राज्य में दो समान दुर्घटनाओं में दो किशोर बास्केटबॉल खिलाड़ियों की मौत हो गई।
16 वर्षीय राष्ट्रीय सब-जूनियर बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी की मौत मंगलवार को रोहतक में हुई। 15 वर्षीय अमन, जो बहादुरगढ़ में घायल हुआ था, ने सोमवार रात PGIMS रोहतक में दम तोड़ दिया। इन घटनाओं ने राज्य में जर्जर खेल ढांचे पर बड़ी बहस छेड़ दी है। विपक्षी दलों और पीड़ित परिवारों ने सरकार को खिलाड़ियों की सुरक्षा की अनदेखी के लिए कठघरे में खड़ा किया है।
सरकार के निर्देश बयान में कहा गया कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और खेल विभाग को मरम्मत और रखरखाव मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति अस्वीकार्य है।
गुरुवार को जारी निर्देशों में मंत्री गौरव गौतम ने सभी जिला खेल अधिकारियों, राय (सोनीपत) स्थित मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स, और विभिन्न खेल बोर्डों के उप निदेशकों को सभी खेल परिसरों की इमारतों व उपकरणों की गहन जांच करने को कहा है। जहां भी कोई उपकरण या ढांचा असुरक्षित या जर्जर पाया जाए, उसका उपयोग तुरंत बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य तत्काल शुरू होना चाहिए और यदि किसी विभाग को पहले ही धनराशि जारी हो चुकी है, तो विभागों को मिलकर जल्द से जल्द काम पूरा करना होगा। गौतम ने चेतावनी दी कि यदि कहीं भी इन निर्देशों का पालन नहीं किया गया, तो जिम्मेदार अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह ठहराया जाएगा।
