मंत्री सिलावट ने किया औपचारिक शुभारंभ, मात्र 20 मिनट में इंदौर से उज्जैन महाकाल दर्शन के लिये पहुंचे श्रद्धालु इंदौर{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को सशक्त बनाने के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अभिनव पहल पर गुरुवार को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को एक ऐतिहासिक सौगात मिली है। प्रदेश में पहली बार ‘पीएमश्री’ हेली पर्यटन सेवा का शुभारंभ भक्तिमय माहौल में किया गया। सेवा के प्रथम चरण में इंदौर से उज्जैन स्थित बाबा महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग तथा उज्जैन से ओंकारेश्वर तक हेलीकॉप्टर से धार्मिक यात्रा प्रारंभ हुई। बिचोली मर्दाना स्थित हेलीपैड से भक्ति भाव से परिपूर्ण और उत्साहपूर्ण वातावरण में यात्रियों का पहला दल रवाना हुआ। यात्रियों के पहले दल को जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने झंडी दिखाकर महाकाल की नगरी उज्जैन के लिए रवाना किया। इस अवसर पर मंत्री सिलावट ने कहा कि यह पर्यटन सेवा धार्मिक पर्यटन का नया अध्याय है। यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों के अनुरूप प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को सशक्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने इस प्रकार की धार्मिक हेलीकॉप्टर सेवा प्रारंभ करके एक नई मिसाल पेश की है। मंत्री सिलावट ने कहा कि यह सेवा प्रदेश की धर्म-संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में मील का पत्थर साबित होगी। इससे स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और इंदौर–उज्जैन कॉरिडोर पर आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर रोशन राय सहित जिला प्रशासन, पुलिस और पर्यटन विभाग के अनेक अधिकारी उपस्थित थे। व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की थीं, जिससे कार्यक्रम का आयोजन सुचारू और सफलतापूर्वक हुआ। इंदौर से उज्जैन और ओंकारेश्वर के आध्यात्मिक सर्किट की साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने इस पहल की खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह सेवा बड़ी संख्या में आने वाले तीर्थयात्रियों को सुविधा, समय की बचत और सुरक्षित यात्रा का नया अनुभव प्रदान करेगी। पर्यटकों ने भी इसे धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अत्यधुनिक कदम बताते हुए कहा कि इससे प्रदेश की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूत होगी। यात्रियों के प्रथम दल में प्रमुख जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही। इस दल में विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, सुमित मिश्रा, श्रवण चावड़ा, मीडिया कर्मी सहित अन्य श्रद्धालु शामिल हुए। हेली सेवा से उज्जैन पहुंचने पर यात्रियों का पुष्पवर्षा और परंपरागत स्वागत के साथ अभिनंदन किया गया। इस सेवा से इंदौर से उज्जैन-ओम्कारेश्वर तक की यात्रा मात्र 20 व 25 मिनट में पूर्ण होगी, जिससे स्थानीय सहित देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को अत्यधिक लाभ मिलेगा। भविष्य में इस सेवा का विस्तार अन्य धार्मिक स्थलों तक करने की भी योजना है, ताकि प्रदेश धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन सके। आध्यात्मिक सेक्टर : उज्जैन–ओंकारेश्वर के दर्शन अब मिनटों में, वह भी किफायती किराए परआध्यात्मिक सेक्टर के अंतर्गत इंदौर–उज्जैन– ओंकारेश्वर मार्ग को जोड़ा गया है। इंदौर से उज्जैन तक 20 मिनट की उड़ान का अनुमानित किराया 5 हजार रुपये, उज्जैन से ओंकारेश्वर तक 40 मिनट की उड़ान का किराया 6 हजार 500 रुपये और ओंकारेश्वर से इंदौर लौटने का किराया लगभग 5 हजार 500 रुपये रखा गया है। इस सेक्टर के माध्यम से श्रद्धालु एक ही दिन में महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर दोनों ज्योर्तिलिंगों के दर्शन आसानी से कर सकेंगे। नई सुविधा से पर्यटकों को कम समय में अधिक गंतव्यों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा और राज्य की पर्यटन क्षमता को नए आयाम प्राप्त होंगे। इस सेवा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उज्जैन और ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग तक की यात्रा अब मात्र 20–40 मिनट में संभव होगी, जबकि भोपाल से पचमढ़ी तक की यात्रा भी केवल एक घंटे में पूरी हो जाएगी। सेवा की बुकिंग www.flyola.in, https://air.irctc.co.in/flyola और https://transbharat.in/ पर उपलब्ध होगी।